लुधियाना/पंजाब : देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ पंजाब में भी लगातार नागरिकता कानून में किए गए संशोधन और एन.आर.सी. के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, इसी बीच आज यहां ऐतिहासिक जामा मस्जिद में शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी की अध्यक्षता में शहर भर की मस्जिदों के इमाम साहिबान और मुस्लिम प्रतिनिधियों की मीटिंग में निर्णय लिया गया की 9 जनवरी को फील्ड गंज चौंक स्थित जामा मस्जिद से लेकर जगराओं पुल तक शांतिपूर्वक कैंडल मार्च निकाला जाएगा।
शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान ने बताया कि कैंडल मार्च में हिन्दू, सिख, ईसाई और दलित भाई भी शामिल होंगे। संबोधित करते हुए नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि केन्द्र सरकार अब अपने ही गृहमंत्री की बातों को नकार कर सी.ए.ए. और एन.आर.सी. पर जानता को गुमराह कर रही है, संसद में सरकार ने दो टूक कहा कि एन.आर.सी. आ रही है और अब प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि एन.आर.सी. पर कभी कोई चर्चा ही नहीं हुई।
मौलाना उस्मान लुधियानवी ने कहा कि जो लोग जनता को धर्म के नाम पर भ्रमित करना चाहते थे कि एन.आर.सी. सिर्फ एक धर्म के लोगों के लिए हैं उनका नकाब उतर चुका है, केंद्र की भाजपा सरकार जनता की वोट लेकर आज जनता से ही उनकी नागरिकता मांग रही है। इस नापाक सियासी खेल ने आसाम में 13 लाख के लगभग गैर मुस्लिम परिवार एन.आर.सी. से बाहर निकाल दिए हैं। उस्मान ने कहा कि सी.ए.ए. और एन.आर.सी. देश के संविधान के खिलाफ है इसे रोकना सभी भारतीयों का काम है। उन्होंने कहा कि सरकार अब अंग्रेजों की तरह अपनी ही जनता पर ताकत का इस्तेमाल कर रही है जो की इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जे.एन.यू. में जो गुंडागर्दी हुई है क्या उसे कपड़ों से पहचानने में सरकार जी मदद करेंगे। शर्म की बात है कि देश में लोकतंत्र का गला दबाया जा रहा है जो की निंदनीय है ।