चौसा/मधेपुरा/बिहार : बेहतर अधिगम के लिए स्वस्थ विद्यालय पर्यावरण जरूरी है । इसके लिए समुदाय की सहभागिता अपेक्षित है । हम विद्यालयों में सह शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से समुदाय को विद्यालय से जोड़ सकते हैं।
उक्त बातें पांच दिवसीय निष्ठा प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक कुंदन कुमार ने कही । वे आज सोमवार को प्रखंड संसाधन केन्द्र चौसा में आयोजित निष्ठा प्रशिक्षण के चौथे दिन चौथे पाठ्यक्रम, पाठ्यचर्या, समावेशी शिक्षा के साथ जरूरी स्वास्थ्य विद्यालय पर्यावरण की चर्चा कर रहे थे । उन्होंने कहा कि शांत, आनंददायी और स्वच्छ वातावरण से उत्साह संचार होता है और इस तरह का माहौल विद्यार्थियों के लिए सकारात्मक होता है ।
श्री कुमार ने बाल सुरक्षा के तहत पोक्सो एक्ट की चर्चा करते हुए कहा कि आज के परिवेश में बाल यौन शोषण की घटनाएं बढ़ी है । उन्होंने कहा कि एक अध्ययन के मुताबिक 50 प्रतिशत घटनाएं निकटसंबंधी के द्वारा अंजाम दिया जाता है, 12 प्रतिशत घटनाएं आकर्षण के कारण होता है। चौकाने वाली बात यह है कि बाल यौन शोषण की 53 प्रतिशत घटनाएं लडको तथा 47 प्रतिशत घटनाएं लड़कियों के साथ घटित होती है। उन्होंने शिक्षक शिक्षिकाओं को बच्चों के बीच हो रहे बाल यौन शोषण को रोकने के लिए कुछ टिप्स भी दिए।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक राजीव रंजन ने गणित शिक्षण शास्त्र के संदर्भ में प्रशिक्षणार्थियों के बीच चर्चा की। उन्होंने गणित के अमूर्त अवधारणाओं को मूर्त रूप देने के लिए खेल और गतिविधि आधारित शिक्षण विधि अपनाने की बात कही और इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण में कई प्रकार की गतिविधि और खेल भी प्रशिक्षण कक्ष में करवाए।
प्रशिक्षक शिवनाथ झा ने पाठ्यचर्या और लर्निंग आउटकम के संबंध में प्रशिक्षु शिक्षकों के बीच विस्तार पूर्वक चर्चा किए।प्रशिक्षक चतुर्भुज कुमार ने विद्यालय आधारित आकलन के संबंध में जानकारी दी।
मौके पर वरीय बीआरपी रामप्रकाश कुमार रेणु, बीआरपी अनिल कुमार, समन्वयक विजय कुमार, प्रधानाध्यापक कृष्ण गोपाल पासवान, इम्तियाज आलम , उमर फारूक, शाहनवाज, पुरूषोत्तम कुमार,निरंजन कुमार, शिक्षक यहिया सिद्दीकी , पंकज कुमार भगत, मंसूर नदाफ,अरूण ठाकुर ,चक्रवर्ती अजय, मदन कुमार,विदेशी मंडल, सुभाष पासवान, सत्यप्रकाश भारती ,शैलेश पोद्दार, पवन कुमार, शमशाद नदाफ,भालचंद्र मंडल, आफताब, शारिक अनवर ,सआदत हसन , साकिब नैयर , बिरबल पासवान, राजीव अग्रवाल,सत्यनारायण, शिक्षिका सोनी शर्मा, सविता कुमारी, मीरा देवी, खुर्शीद जहां ,खुर्शीदा उरूज,शादां फिरदौस, रीणा कुमारी, खुश्बू नाज, रेणु कुमारी सहित 150 की संख्या में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।