पटना/बिहार : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि नेतृत्व और मु्द्दाविहीन राजद एक मुजरिम के नाम पर 2020 में किला फतेह का दिवा स्वप्न देख रहा है। खुला अधिवेशन में एक सजायफ्ता को 11वीं बार कमान सौंप राजद ने सूबे की जनता को यह बता दिया है कि वह अपने पुरान ढर्रे पर ही चलेगा। यह बात अलग है कि सुप्रीमो जेल में बद रहेंगे, लेकिन आगामी विधान सभा चुनाव में राजद उन्हीं के नाम की माला जपेगा।
श्री पांडेय ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव रोज-रोज अपराध और संविधान की बात कर एनडीए सरकार को पानी पी-पी कर कोसते हैं, लेकिन खुद एक आपराधिक व्यक्ति को राजनीतिक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का समर्थन कर संविधान का मखौल उड़ा रहे हैं। तेजस्वी यादव अधिवेशन के बहाने खुद की जमीन तैयार कर रहे हैं। पिता की ताजपोशी के साथ-साथ वे खुद मुख्यमंत्री बनने के लिए राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं को संकल्प दिला रहे हैं। तेजस्वी जानते हैं कि जब उनके पिता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे, तो उन्हें मुख्यमंत्री बनने का सपना देखने से राजद में कोई नहीं रोक सकता है, लेकिन राज्य की जनता 2020 में उन्हें जरूर रोकेगी।
श्री पांडेय ने कहा कि कहने को खुला अधिवेशन है, लेकिन अधिवेशन में खुलकर बोलने की आजादी वरीय नेताओं से लेकर किसी कार्यकर्ता तक को नहीं है। दरअसल, यह अधिवेशन सिर्फ और सिर्फ एक परिवार की ख्वाइशें पूरी करने के लिए है। श्री पांडेय ने कहा कि राजनीतिक गलियारांे में दो दशक से भी अधिक समय तक सफर कर चुके राजद के पास पति-पत्नी और बच्चे के अलावे न तो कोई अन्य चेहरा है और न ही किसी नेताआंे को उंचे पदों पर बैठने की अनुमति। यही कारण है कि गठन से लेकर अब तक राजद में राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद पर एक ही परिवार का कब्जा बरकरार रहा।