नोटबंदी के बाद यदि बाजार में नकदी कम हुई है तो डिजिटल लेनदेन में काफी इजाफा भी हुआ है: सुशील मोदी

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अनूप ना. सिंह
स्थानीय संपादक

पटना/बिहार : शुक्रवार को होटल मौर्या, पटना में मिनिस्ट्री आॅफ कॉरपोरेट अफेयर्स, भारत सरकार तथा पटना चेप्टर, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान आइसीएसआइ के सयुंक्त प्रवधान में भारत सरकार द्वारा व्यव्साय के सुगमता के लिए उठाए गया कदमों पर चर्चा हेतु सम्मेलन का आयोजन किया गया।

सम्मेलन में मुख्य अथिति के तौर पर सुशील मोदी, उपमुख्यमंत्री, बिहार सरकार की उपस्थिति रही। अन्य अथितियों में एस. डी. संजय, (माननीय एंड सॉलिसिटर जेनरल आॅफ इण्डिया) संजय कु अग्रवाल, आईएएस सचिव, परिवहन विभाग, बिहार सरकार, पी. के. अग्रवाल (अध्यक्ष चैंबर आॅफ कॉमर्स बिहार) तथा डी. बंधोपाध्याय (रीजनल डायरेक्टर, पूर्व, मिनिस्ट्री आॅफ कॉरपोरेट अफेयर्स, भारत सरकार) की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम की शुरूआत सुशील मोदी तथा अन्य अतिथियों के कर कमलों द्वारा दिप प्रज्वलित कर किया गया। समारोह में सीएस सुधीर कुमार (अध्यक्ष, आइसीएसआइ पटना चैप्टर) के द्वारा आगत अतिथियों का स्वागत किया गया। अपने स्वागत भाषण में श्री कुमार ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व अन्य आगत अतिथियों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए आभार प्रकट किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पी के अग्रवाल अध्यक्ष चैम्बर आॅफ कॉमर्स, बिहार ने सरकार के द्वारा उठाये कदमो को सरहानीय बताते हुए अपना मत रखा। जबकि संजय कु अग्रवाल, आईएएस सचिव, परिवहन विभाग, बिहार सरकार, एस. डी. संजय एड सॉलिसिटर जेनरल आॅफ इण्डिया, तथा डी. बंधोपाध्याय रीजनल डायरेक्टर, पूर्व, मिनिस्ट्री आॅफ कॉरपोरेट अफेयर्स, भारत सरकार ने भी सम्बोधित करते हुए अपने विचार और सुझाव रखे।

इसके उपरांत सुशील मोदी, उपमुख्यमंत्री ने अपना सम्बोधन करते हुए सबसे पहले मंत्रालय तथा भारतीय कंपनी सचिव संस्थान को इस आयोजन के लिये धन्यवाद देते हुए अपना मत रखा। उन्होंने कहा कि देश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में लंबी छलांग भरी है। वर्ष 2014 में भारत 142वें स्थान पर था। 2019 में 63वें पायदान पर आ गया है। कहा कि प्रधानमंत्री की इच्छा है कि भारत दुनियां के उन 50 देशों में शामिल हो, जहां व्यापार करना सबसे आसान है। कहा कि नोटबंदी का वही लोग विरोध करते हैं, जिनके अवैध कारोबार प्रभावित हुए। कहा कि नोटबंदी के बाद 2017-18 और 2018-19 में कुल 3.28 लाख कंपनियों का पंजीकरण रद्द हुआ। उन्होंने कहा कि एक कमरे में 10-10 कंपनियां चल रही थीं।

कहा कि नोटबंदी के बाद यदि बाजार में नकदी कम हुई है तो डिजिटल लेनदेन में काफी इजाफा हुआ है। फर्जी जीएसटी पंजीकरण कराने वालों पर कसा शिकंजामोदी ने कहा कि जीएसटी के तहत ढाई साल में 2.72 लाख पंजीकरण हुए। तमाम लोग फर्जी रजिस्ट्रेशन कराकर व्यापार कर रहे थे। ऐसे 98 लोगों के खिलाफ वाणिज्य कर विभाग ने कार्रवाई की है। नौ लोगों पर एफआईआर की गई है। कहा कि जीएसटी में जियो टैगिंग होने जा रहे है। कहा कि 90 हजार 639 लोगों ने छह माह से रिटर्न फाइल नहीं किया। जांच के बाद सात हजार 368 लोगों के पंजीकरण रद्द किए गए हैं। देश और बिहार में ऐसा ही हो रहा है। सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया एसडी संजय, परिवहन सचिव सह आयुक्त पटना प्रमंडल संजय अग्रवाल, बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पीके अग्रवाल, रीजनल डायरेक्टर कॉरपोरेट मंत्रालय डी. बंधोपाध्याय ने विचार रखे।

कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन हिमांशु शेखर, रजिस्ट्रार आॅफ कम्पनीज, बिहार ने किया। सम्मेलन में लगभग 200 कंपनी सचिव, चाटर्ड अकाउंटेंट, तथा उधोगपति शमिल हुए।


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