मधेपुरा : विभिन्न मांगों को लेकर जाप छात्र परिषद् ने किया विश्वविद्यालय का घेराव

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

स्नातक प्रथम खंड एवं स्नातकोत्तर के लिए जारी मेरिट लिस्ट में हुई धांधली

विवि प्रशासन के लिए बीएनएमयू शिक्षा का मंदिर नहीं बल्कि है कमाने का जरिया

नहीं हुई मांग पूरी तो करेंगे बंद, भूख हड़ताल एवं आत्मदाह

स्नातक प्रथम खंड, बीलिस, एमलिस, पीएचडी एवं स्नातकोत्तर में लगभग पांच करोड़ का उगाही का आरोप

मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर नामांकन लिस्ट में धांधली सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार को जन अधिकार छात्र परिषद की ओर से विश्वविद्यालय को बंद कराया गया। बंद का नेतृत्व जाप छात्र परिषद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अमन कुमार रितेश ने किया।

देखें प्रदर्शन का वीडियो :

 सुबह 10 बजे से ही छात्र परिषद के कार्यकर्ता विवि के मेन गेट को बंद कर विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिया। लगभग 12 बजे सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी आर्य गौतम एवं थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार पुलिस बल के साथ विवि पहुंचे। बीडीओ एवं थानाध्यक्ष से वार्ता के बाद जाप कार्यकर्ताओं ने मेन गेट को खोल दिया।

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इसके बाद कुलसचिव कार्यालय में कुलसचिव डा कपिलदेव प्रसाद, डीएसडब्ल्यू डा शिवमुनि यादव एवं नोडल पदाधिकारी के साथ लगभग दो घंटे तक वार्ता किए। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला. वार्ता के दौरान दाेनों ओर से काफी तेज नोंक-झोंक भी होती रही। जिसके बाद कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय से उनके कार्यालय कक्ष में छात्र परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल मिला. कुलपति ने कार्यकर्ताओं की बातों को गंभीरता सुना और समस्या समाधान का आश्वासन दिया।

विवि प्रशासन के लिए बीएनएमयू शिक्षा का मंदिर नहीं बल्कि है कमाने का जरिया : प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे विवि अध्यक्ष अमन कुमार रीतेश ने कहा कि बीएनएमयू में अब सिर्फ पैसों की उगाही होती है। बीएनएमयू प्रशासन के लिए यह शिक्षा का मंदिर नहीं बल्कि कमाने का जरिया बन गया है।  वहीं जिलाध्यक्ष रौशन कुमार बिट्टू ने कहा कि स्नातकोत्तर में आवेदन के लिए पहले 75 रुपए शुल्क लिया जाता था, जिसे अब अब चार गुणा बढ़ा कर तीन सौ रुपया कर दिया गया है। पीएचडी एडमिशन टेस्ट के लिए छात्रों से ज्यादा शुल्क लिया गया। कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने बीएनएमयू में पैट के लिए छात्रों से 25 सौ और दो हजार रूपए आवेदन शुल्क रखा, वहीं जब वे टीएमबीयू के प्रभारी कुलपति बने तो वहां मात्र एक हजार रूपए ही आवेदन शुल्क रखा गया। यह दोहरी नीति कुलपति के क्षेत्रीयता के भावना को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा छात्रों से ऑनलाइन के नाम पर स्नातक प्रथम खंड, बीलिस, एमलिस, पीएचडी एवं स्नातकोत्तर में लगभग पांच करोड़ का उगाही किया गया है।

स्नातक प्रथम खंड एवं स्नातकोत्तर के लिए जारी मेरिट लिस्ट में हुई धांधली : जाप छात्र नेताओं ने कहा कि यूएमआईएस पोर्टल शुरू होने के साथ ही गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आने लगा। स्नातक प्रथम खंड एवं स्नातकोत्तर में नामांकन के लिए जारी मेरिट लिस्ट में बड़े पैमाने पर धांधली की गई। अधिक अंक वाले छात्र को सूची से गायब कर दिया गया। जबकि कम अंक वाले छात्रों काे सूची में शामिल कर लिया गया। उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन अविलंब यूएमआईएस पोर्टल में हो रहे गड़बड़ी को रोकें अन्यथा आंदोलन के लिए तैयार रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष मिथुन यादव एवं विश्वविद्यालय प्रतिनिधि राजू कुमार मन्नू ने कहा कि जबसे वर्तमान नोडल पदाधिकारी बने हैं, विवादों से घिरे रहे हैं। उन्होंने कुलपति से मांग किया कि अविलंब नोडल पदाधिकारी को पद से हटाया जाए।

नहीं हुई मांग पूरी तो करेंगे बंद, भूख हड़ताल एवं आत्मदाह : नगर अध्यक्ष सामंत यादव व छात्र नेता राजा यदुवंशी ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय हमारी सारी मांगें को अविलंब पूरा नहीं करती है तो आगे अनिश्चितकालीन बंद, भूख हड़ताल और आत्मदाह तक भी करेंगे।

बंद कार्यक्रम में छात्र संघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सह जाप छात्र नेता कुमार गौतम, नीतीश राणा, गौतम यादव, पिंटू यादव, युवा रंजन, रामप्रवेश यादव, अभिनाश कुमार बिट्टू, सतीश यादव, बिट्टू, भानु, अजय सिंह यादव, शुशांत कुमार, संजीत कुमार आर्या, सलमान अलखोफ, सलाम अलखोफ, सोनू कुमार, रोशन अलखोफ, मो. सद्दाम, रंजीत यादव, सरफराज आलम, सुमित विश्वकर्मा, उदीश कुमार, कार्यालय सचिव देवाशीष पासवान, कार्यालय उपसचिव शैलेंद्र कुमार यादव, कॉमर्स कॉलेज अध्यक्ष संदीप कुमार, विकाश कुमार राजा, विवेक कुमार, रवि यदुवंशी, अंकित कुमार, गौतम यादव सहित काफी संख्या में जाप कार्यकर्ता मौजूद थे।


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