दरभंगा/बिहार : दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल( डीएमसीएच) में व्याप्त कुव्यवस्था व मरीजों के इलाज में घोर लापरवाही के खिलाफ भाकपा(माले) के बैनर तले डीएमसीएच अधीक्षक का आज घेराव किया गया।
घेराव का नेतृत्व भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष शिवन यादव, भाकपा(माले) जिला कमिटी सदस्य देवेंद्र कुमार, अमित पासवान, विनोद कुमार सिंह और रामबाबू साह ने किया।
प्रदर्शनकारी ” डीएमसीएच की कुव्यवस्था को दूर करो,” “मरीजों के इलाज में लापरवाही नहीं चलेगा,” “डाक्टरों के निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाओ” ” मरीजों के इलाज में लापवाही बरतने वाले डॉ0 नंद कुमार पर कार्रवाई करो” ” डीएमसीएच में ट्रॉमा सेंटर जल्द चालू करो”, “दरभंगा में एम्स बनाना होगा” नारा लगाते हुए डीएमसीएच अधीक्षक कार्यालय के अंदर घुस गए और जमकर नारेबाजी किया।
अधीक्षक कार्यालय के गेट पर ही अमित पासवान की अध्यक्षता में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुये भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार ने कहा कि उत्तर बिहार के मरीजों के लिये महत्वपूर्ण केंद्र डीएमसीएच को नीतीश-मोदी राज्य में और बर्बाद किया जा रहा हैं। जहां दरभंगा में एम्स की जरूरत थी वो तो हुआ नहीं और डीएमसीएच की स्थिति बद से बदतर होती जा रही हैं। डीएमसीएच में ट्रॉमा सेंटर को तीन महीने में बनना था छह महीना से ऊपर हो गया और बना नहीं। किसान महासभा के नेता शिवन यादव ने कहा कि डॉक्टर नंद कुमार के यूनिट में बांध बस्ती निवासी होरिल शर्मा पिछले डेढ़ महीने से भर्ती हैं। अधीक्षक से वार्ता होने के बाद भी समुचित इलाज नहीं किया जा रहा हैं। माले नेता देवेंद्र कुमार ने कहा कि डीएमसीएच के डॉक्टर डीएमसीएच में इलाज करने के बदले अपने निजी क्लिनिक में इलाज करना बेहतर समझते हैं। मरीजों को मजबूर किया जाता हैं कि उनके निजी क्लिनिक में इलाज करवाये। माले नेता रामबाबू साह ने कहा कि डीएमसीएच में दलाल-बिचौलिया हावी हैं जिस पर लगाम लगाना होगा।
घेराव को देखते हुए अधीक्षक ने आंदोलनकारियों से वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता में आंदोलनकारियों की ओर से अभिषेक कुमार, शिवन यादव, देवेंद्र कुमार, विनोद सिंह, रामबाबू साह शामिल थे। वहीं वार्ता में डीएमसीएच अधीक्षक के साथ उपाधीक्षक डॉ बालेश्वर सागर व अन्य वरिष्ठ डॉ मौजूद थे। वार्ता में नंद कुमार के यूनिट में ड़ेढ महीने से भर्ती मरीज होरिल शर्मा का विभागाध्यक्ष लालजी चौधरी से रिव्यू करवाने व मरीज का बेहतर इलाज कराने का आश्वासन मिला।