वैशाली से नदीम रब्बानी की रिपोर्ट
वैशाली/बिहार : बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन वैशाली जिला द्वारा ऐतिहासिक श्री शारदा सदन पुस्तकालय में युवा कवि दिलीप कुमार की कविताओं का एकल पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने कहा कि कविता वह है जो पाठकों और श्रोताओं के मन को घनीभूत कर दे । कविता एक हृदय से होकर दूसरे हृदय तक संवेदनाओं को पहुंचाती है । लालित्यपूर्ण ढंग से कही जाने वाली बात भी कविता है ।
मुक्त छंद की कविताएं काफी मात्रा में लिखी जा रही हैं । आवश्यकता है कि छंद युक्त कविताएं भी लिखी जाए ताकि कविता का आम लोगों से जुड़ाव बढ़ सके । बिहार हिंदी नाटक अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष कुमार अनुपम ने कहा कि साहित्य को सुदूर क्षेत्रों में ले जाने के लिए तथा गांव और कस्बे में साहित्य को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार साहित्यिक आयोजनों की जरूरत है ।
