पटना/बिहार : देश के वरिष्ठ पत्रकार संथालिया जी.दिल्ली से मधुबनी के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को फोन लगाते हैं पर कोई रिस्पांस नहीं मिलता है जबकि डीजीपी रात में भी उनका कॉल उठाते हैं और उनके भाई के साथ मधुबनी में घटित घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हैं।
गुरुवार की रात करीब 10 बजे मुझे एक अनजान नंबर से कॉल आया और उस कॉल पर भईया थे – बोले अभी अभी मुझे लूट लिया गया है राजनगर रेलवे क्रासिंग के पास । मैं स्तब्ध ही रह गया, उन्होंने बताया वो मधुबनी से राजनगर आ रहे थे इसी दरम्यान रांटी – राजनगर रोड पर रेलवे क्रासिंग से करीब दो सौ गज पहले एक सफेद रंग की कार खड़ी थी। कार से बाहर खड़ा एक शख्स रूकने का इशारा कर रहा था, उन्होंने सोचा शायद इतनी रात कोई मदद की उसे दरकार होगी । उन्होंने मोटरसाइकिल धीमी की तब तक उस शख्स ने झपटा मार कर बाइक की चाबी निकाल ली और उनके सर पर रिवाल्वर लगा दिया। कार से दो और गुंडे निकले एक ने पेट में बंदूक सटा दिया, दुसरा पाकेट, बैग आदि की तलाश लेने लगा ।
भाई मधुबनी में रिलायंस जियो के डिस्ट्रीब्यूटर भी है। करीब सवा लाख रुपए, बैंक का चेक बुक, कुछ जरुरी कागजात और तीन मोबाइल सब उन लोगों ने छिन लिया और कार में बैठ कर भाग निकले ।
यह सुन कर तुरंत मैंने मधुबनी एसपी को और फिर आईजी दरभंगा को फोन लगाया पर दोनों नंबर आउट आफ रेंज आ रहे थे। तुरंत फिर मैंने बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जी को फोन किया, एक रिंग में उन्होंने रिस्पांस किया, बातें सुनी और तुरंत मधुबनी एसपी को कारवाई करने का आदेश दिया । फिर तो जिला के पुलिस महकमे में पूरी हलचल मच गई । एसपी मधुबनी सत्य प्रकाश जी का फोन आया और उन्होंने आवश्यक कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया। सदर डीएसपी रात में ही राजनगर थाने पहुंच गई और भाई के बयान पर उन अज्ञात लुटेरों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी । इस वक्त अनुसंधान चल रहा है ।
पुलिस चाहे तो अपराध नियंत्रण बिल्कुल संभव है । मैं पांडेय जी की तत्वरित कार्यवाही का कायल हो गया । अपराध तो एक प्रवृत्ति है, पुलिस का कार्य तत्वरित कारवाई कर अपराध नियंत्रण के साथ पीड़ित के मनोबल को बढ़ाना और जनता के मन में शासन प्रशासन के प्रति निष्ठा का भाव जगाना भी है । आशा है जिला पुलिस इस कांड का उद्भेदन जरुर कर लेगी, पर राज्य पुलिस प्रमुख की तत्परता से अभिभूत हूं ।
( फेम इंडिया के संपादकीय प्रमुख यूएस सोंथालिया के फेसबुक वॉल से )