चौसा/मधेपुरा/बिहार : दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना में मौत भारत में होती है । यह महाआपदा का रूप ले चुका है । जानकारी और सतर्कता ही इससे बचने का एक मात्र उपाय है ।
उक्त बातें स्थानीय महादेव लाल मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने कही । वे आज शनिवार को विद्यालय में आयोजित “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना देश के लिए गंभीर आपदा का रूप ले चुका है । इससे जान-माल की भारी क्षति होती है और देश का दो प्रतिशत जीडीपी की हानि होती है । लिहाजा इससे बचने के लिए जनजागृति जरूरी है ।
वरीय शिक्षक यहिया सिद्दीकी ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती है , जिसमें करीब डेढ लाख लोगों की मौत हो जाती ।जबकि तीन लाख लोग विकलांग हो जाते हैं । उन्होंने यह भी कहा कि मरने वालों में 65 प्रतिशत लोग 18-35 आयुवर्ग के युवा होते हैं । इसलिए लोगों की जिन्दगियां बचाने के लिए सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम जरूरी है ।
सनद रहे कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार प्रत्येक सरकारी और निजी विद्यालयों में आपदा से बचाव के लिए “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” आयोजित किया जाता है । इस निमित्त आज महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा में भी कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को जागरूक किया गया । कार्यक्रम के दौरान फोकल शिक्षक भालचंद्र मंडल तथा रीणा कुमारी ने शिड्यूल के मुताबिक आज सितंबर के दूसरे शनिवार को ” सड़क तथा रेल दुर्घटना ” से बचाव की जानकारी दी । उन्होंने बच्चों को सुरक्षित यात्रा का टिप्स देते हुए बताया कि सही लेन में चलने, दो पहिया वाहन पर हेल्मेट, चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट के प्रयोग , वाहन चलाते वक्त शराब का सेवन नहीं करने तथा रेलवे क्रॉसिंग के वक्त सतर्क रहने से दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है।
मौके पर प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान, शिक्षक सत्यप्रकाश भारती, यहिया सिद्दीकी, प्रणव कुमार, राजेश कुमार, मंजर इमाम,भालचंद्र मंडल, शमशाद नदाफ, फैयाज अहमद, शिक्षिका मंजू कुमारी, रीणा कुमारी, श्वेता कुमारी सहित बाल संसद के प्रतिनिधिगण तथा छात्रगण उपस्थित थे ।