मुजफ्फरपुर/बिहार : संचय जल, बेहतर कल स्लोगन को धरातल पर उतारने की कवायद, सरकार के निर्देश के आलोक में की जा रही है। इस क्रम में सभाकक्ष में संयुक्त सचिव एन०डी०एम०ए भारत सरकार संदीप पौण्ड्रिंक की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों की समीक्षात्मक बैठक हुई।
बैठक में संयुक्त सचिव ने कहा कि जल शक्ति अभियान जनता का अपना अभियान बने – इसके लिए सभी विभागों,संस्थाओं और आम -जन को मिलकर इसे जन अभियान जे रूप में संस्थापित करने और हर तरफ जल के दीर्घकालिक संग्रहण एवं संरक्षण के लिए व्यापक लोक चेतना जगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बरसाती जल के संरक्षण और लोक जीवन मे पानी के मितव्ययी उपयोग पर अभी से गंभीरता पूर्वक ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने डीआरडीए, मनरेगा, पीएचईडी, शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका, लघुसिचाई, मत्स्य, कृषि आदि विभागों के द्वारा जल संचय अभियान के तहतअब तक किये गए कार्यो की जानकारी ली एवं आगे और पुख्ता रूप से कार्यो को अंजाम दे, इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश भी दिया।
बैठक में जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने जल शक्ति अभियान के अंतर्गत अब तक संचालित विभिन्न गतिविधियों ,जल संरक्षण की स्थिति एवं इसमे सुधार के लिए जरूरी उपायों ,जल शक्ति अभियान के तहत सभी विभागों के समन्वय व भागीदारी से क्रियान्वित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमो ,व्यापक लोक चेतना जगाने के लिए आईईसी और प्रचार गतिविधियां इत्यादि के संबंध में संयुक्त सचिव और उनके टीम को विस्तार से अवगत कराया। संयुक्त सचिव द्वारा स्थानीय परिस्थिति में अभियान के बेहतर सूत्रपात तथा अपेक्षित उपलब्धियों को सामने लाने के लिए जरूरी उपायों आदि पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में जल शक्ति अभियान के तहत मुख्य रूप से पानी का संरक्षण और बरसात के पानी का संचय,परम्परागत जल संसाधन और तालाबो का जीणोद्धार,पानी रिचार्ज के लिए बोरवेल का दुबारा उपयोग करना,वाटर शेड को विकसित करना और सघन पौधारोपण,जन जागरूकता पर विशेष रूप से चर्चा की गई। बैठक में राजनाथ राय, संयुक्त सलाहकार नीति आयोग, वैज्ञानिक डॉ एस ब्रम्हा द्वारा इस संबंध में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।
बैठक में नगर आयुक्त मनीष कुमार मीणा, अपर समाहर्ता राजेश कुमार, डीडीसी उज्ज्वल कुमार सिंह,अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा, डीआरडीए निदेशक ज्योति कुमार ,डीपीआरओ कमल सिंह सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकार मौजूद थे।