बाढ़ से सैकड़ों लोगों की मौत पर भी प्रधानमंत्री की चुप्पी क्‍यों : जाप (लो), बिहार में आई बाढ़ राष्ट्रीय आपदा घोषित हो

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कौनैन बशीर
वरीय उप संपादक

बिहार : जन अधिकार पार्टी (लो०)के युवा परिषद के निवर्तमान प्रदेश प्रवक्ता रजनीश कु० तिवारी ने कहा कि बिहार में बाढ़ प्राकृतिक नहीं, राजनीतिक आपदा है बाढ़ अरबों-खरबों रुपये लूटने का जरिया बन गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ में राहत, बचाव और पुनर्वास के नाम पर नेता, अधिकारी और ठेकेदार को लूटने का मौका मिल जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ की विभीषिका का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठक भी की। लेकिन बाढ़ से उत्पन्न स्थिति में राहत और पुनर्वास के लिए कुछ नहीं हो रहा है।

उन्‍होंने कहा कि केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री भी इस बाढ़ से सैकड़ो लोगो की मौत पर चुप्पी सादे हुए है, एक शब्‍द भी बिहार में आई बाढ़ की त्रासदी पर नही कहा एक ट्वीट भी उन्होंने उचित तक नहीं समझा है मानो बिहार के लोगो के लिए उनके अंदर संवेदना मर चुकी हो। क्या इसी के लिए बिहार की जनता ने 40 में 39 लोकसभा सीट पर एन.डी.ए को जीत दिलाई है।

रजनीश तिवारी ने कहा कि बिहार की जनता  राज्य के 12 जिले में बाढ़ एवं 12 जिले में सुखाड़ से त्रस्त है औरंगाबाद, अरवल ,पटना समेत कूल 12 जिले सुखाड़ से त्रस्त है किशान परेशान है अब तक रोपनी नही हो सकी है । उन्होंने कहा कि 14 लाख लोगों की आबादी बाढ़ की चपेट में है. यह तबाही भयावह है. इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए मैं केंद्र सरकार से इसकी मांग करता हूँ एक रुपया भी अभी तक केंद्र की और से बिहार के सहायता के रूप में नहीं मिला है।

रजनीश बताया कि जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव के निर्देश से उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित मधुबनी, सहरसा, अररिया समेत अन्य जिलों बाढ़ प्रभावित गावों में पार्टी कार्यकर्ता राहत शिविर लगाकर पीडि़तों के खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ता दिन-रात लगे हुए हैं। 


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