कटिहार/बिहार : महानंदा के जलस्तर में वृद्धि होने से निचले इलाके में महानंदा का पानी प्रवेश कर गया है। संभावित बाढ़ को देखते हुए लोगों में भय का माहौल है।
बाढ़ नियंत्रण कार्यालय के कर्मियों के अनुसार महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। महानंदा के जलस्तर में वृद्धि होने से लगातार इस पर नजर रखी जा रही है। क्षेत्र का शिकारपुर, तैयबपुर, शेखपुरा, सिकोड़ना, जाजा, तजेतलिया, धपरसिया आदि पंचायत बाढ़ प्रभावित है। महानंदा का जलस्तर बढ़ने के साथ साथ बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाता है। बाढ़ के समय लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या सुरक्षित जगह तक पहंुचने की होती है।
बेलौन मुखिया मो. मेराज आलम ने कहा कि प्रशासन एवं विभाग द्वारा बाढ़ पूर्व तैयारी में कमी होने के कारण बाढ़ के समय लोग को परेशानी झेलनी होती है। शेखपुरा के मो. एकबाल हुसैन ने कहा कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ की तबाही लोग झेलते हैं । बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कहीं भी ऊंचा स्थान नहीं होने से लोगों को सुरक्षित जगहों तक जाने में परेशानी होती है। कांग्रेस युवा नेता इमाम जाफर ने कहा कि बाढ़ के समय सबसे ज्यादा परेशानी गरीब परिवारों को होती है। रोजगार बंद, मजदूरी का काम ठप होने के साथ रोजी रोजगार की समस्या उत्पन्न होती है।
मॉनसून की पहली बारिश के साथ महानंदा में उफान आने से नाजीरपुर, सबनपुर भाग जहजाना, बलीहारपुर, सिकोड़ना ,खुशहालपुर आदि निचले इलाको में महानंदा का पानी प्रवेश करने से लोगों में दहशत है।