वैशाली/बिहार : जिला मुख्यालय हाजीपुर में जिला पदाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में नमामि गंगे योजना के तहत गंगा नदी के प्रदूषण के रोकथाम नियंत्रण आदि से संबंधित विषयों पर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने हेतु गंगा नदी के किनारे आरती करने, गीले एवं सूखे कचरे के प्रबंधन हेतु कुरेदान की व्यवस्था करने, वृक्षारोपण करने एवं आम लोगों में जन जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया।
नगर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में पॉलिथीन के उपयोग पर जुर्माना के रूप में अब तक कुल ₹80800 की वसूली की गई है। जिला पदाधिकारी द्वारा जिले में पॉलिथीन के उपयोग के रोकथाम हेतु संबंधित क्षेत्र के अधिकारी पुलिस बल एवं अन्य सदस्यों को मिलाकर एक टीम गठित कर नगर कार्यपालक अधिकारी की अगुआई में सघन जांच एवं छापेमारी करने का निर्देश दिया है तथा पॉलिथीन के उपयोग को रोकने हेतु ब्रिगेड अभियान चलाकर लोगों में पॉलिथीन से होने वाले प्रदूषण के बारे में जनता को जागरूक करने का निर्देश दिया गया ।
नगर क्षेत्र में साफ-सफाई एवं नाला की समीक्षा के क्रम में नगर कार्यपालक पदाधिकारी हाजीपुर द्वारा बताया गया कि स्टेशन रोड अनवरपुर चौक डाक बंगला रोड आदि नाले पर रेलवे द्वारा भवन एवं कार्यालयों का निर्माण करने के कारण नाले के प्राकृतिक बहाव अवरुद्ध हो गया है जिससे जल जमाव बीमारी प्रदूषण की स्थिति उत्पन्न हो रही है, इस संदर्भ में जिला पदाधिकारी द्वारा नगर कानपुर पदाधिकारी हाजीपुर निर्देश दिया गया कि पानी की प्राकृतिक विकास के अवरोध को ठीक करना सुनिश्चित करें ताकि शहर में जल जमाव एवं गंदगी की स्थिति से निजात मिल सके ।
जिला पदाधिकारी ने इस संदर्भ में निर्देश दिया कि यदि रेलवे द्वारा उपरोक्त बिंदुओं पर 1 सप्ताह के अंदर कोई कदम नहीं उठाया गया तो माननीय सर्वोच्च न्यायालय के बाद municipal corporation ratlam Vs varichand के दिए गए आदेश के आलोक में भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता 133 के तहत भारतीय रेलवे के लोक प्राधिकार के विरुद्ध कार्रवाई करने का कार्य अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा किया जाएगा।
गंगा नदी को प्रदूषण होने से रोकने के लिए महनार प्रखंड के तीनमूहानी घाट के पास विद्युत शवदाह गृह का निर्माण करने की पहल करने का निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा जिले के चयनित 22 गंगा ग्रामों में वन विभाग एवं मनरेगा के सहयोग से विशेष अभियान चलाकर 15 जुलाई तक प्रति गांव 200 वृक्ष लगाने एवं संरक्षण करने का निर्देश दिया गया।
आज की समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन, निर्देशक जिला ग्रामीण विकास अधिकरण, नगर कार्यपालक पदाधिकारी वैशाली समेत जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी जिला संपर्क अधिकारी वन विभाग के पदाधिकारी मनरेगा पीओ आदि पदाधिकारी गण उपस्थित थे।