उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : उदाकिशुनगंज मुख्यालय क्षेत्र स्थित के कॉलेज चौक पर एनएच 106 को भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के द्वारा चक्का जाम किया गया। भाकपा नेताओं ने मधेपुरा जिला में लगातार हत्या व लूट तथा मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हो रहे बच्चों की मौत के खिलाफ 30 जून को जिले भर में चक्का जाम आंदोलन करने का आह्वान किया था।
चक्का जाम के दौरान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भाकपा राष्ट्रीय परिषद के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि बढ़ते अपराध के कारण मधेपुरा जिला में आम-आवाम सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। क्षेत्र में जनप्रतिनिधि और व्यापारी को टारगेट किया जा रहा है। ऐसे में आम लोगों की हिफाजत कैसे हो सकती है। भाकपा नेता ने कहा कि उदाकिशुनगंज अनुमंडल अपराधियों के लिए सुरक्षित क्षेत्र बन चुका है। अपराधी हत्या और लूट को रोज अंजाम दे रहे हैं वहीं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की भूमिका संदेह के घेरे में है। अधिकांशतः थाना प्रभारी अपराधियों के संपर्क में रह रहे हैं। उन्होंने डीएसपी के तबादले की मांग करते हुए कहा कि सरकार निठल्ले पुलिस पदाधिकारी को बदले नहीं तो इसका गंभीर परिणाम होगा।
भाकपा नेता प्रभात करने मुजफ्फरपुर की घटना पर संवेदना जाहिर करते हुए कहा कि चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत हो चुकी है। सरकारी अस्पताल में आवश्यक सुविधा का अभाव बताया जा रहा है, उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से बच्चों की हत्या के जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं उन्होंने क्षेत्र के आयोजनों से स्वास्थ्य को लेकर संघर्ष तेज करने का आह्वान किया है।
इस अवसर पर भाकपा के अंचल मंत्री उमाकांत सिंह, वरीय नेता अमरेंद्र नारायण सिंह, मोती सिंह, मोहम्मद चांद, डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंह, मोहम्मद सुलेमान, सचिदा शर्मा, ने कहा कि अपराध की जड़ में अधिकतर जमीनी विवाद शामिल है। जमीनी विवाद अंचला अधिकारी और कर्मचारी के कारण हो रहे है। सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि क्षेत्र में अपराध नहीं रुका तो चरणबद्ध तरीके से उग्र आंदोलन किया जाएगा। कार्यक्रम में भाजपा के मजदूर नेता सुरेश चौधरी सिकंदर राम, अजित शर्मा, मोहम्मद छेदी, लूरि राम, साधु पासवान, बहादुर ऋषि देव, अरुणा देवी, उर्मिला देवी, बाबा जी पासवान, कोकाय मुखिया, सौदागर चौधरी, दिनेश मुखिया, ब्रह्म देव राम, रामदेव शर्मा, खगेश कुमार, गजेंद्र कुमार, सिकंदर महतो सहित बड़ी संख्या में भाकपा कार्यकर्ता शामिल थे।
वहीँ चक्का जाम आंदोलन की सूचना पाकर पहुंचे बी डी ओ मुर्शीद आलम अंसारी ने आश्वासन दिया कि मसले पर पहल किया जाएगा, आश्वासन के पश्चात आंदोलन को समाप्त किया गया।