पटना/बिहार : जेड ए इस्लामिया पीजी कॉलेज सिवान के संस्थापक मोहम्मद एम एस नी के 96 जयंती के अवसर पर पटना के अनुग्रह नारायण सिंह शोध संस्थान में आयोजित सम्मान समारोह में दवे व कुरान के ज्ञाता अदम्या अदित्य गुरुकुल के संस्थापक गुरू डॉ एम रहमान को सम्मानित किया गया।
उन्हें यह सम्मान राजद के राज्यसभा सांसद डॉ अशफाक करीम ने प्रदान किया। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी पटना के प्रख्यात इतिहास-शिक्षक डा. एम. रहमान (गुरु रहमान) देश के एक प्रमुख इतिहासकार, शिक्षक, समाजसेवी एवं हिंदू-संस्कृति के अत्यन्त प्रखर वक्ता हैं। इन्होंने इतिहास विषय को एक नये ढंग से पारिभाषितकर उसे छात्रों के लिए रुचिकर बनाया है। श्री रहमान ने 1994-’95 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तरद्वय, 1995 में नेट एवं 1997 में ‘ऋग्वेदकालीन आर्थिक एवं सामाजिक आधार’ विषय पर ‘पीएच॰ डी॰’ की उपाधि प्राप्त की। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के तत्त्वावधान में इन्होंने शिक्षक के रूप में पटना विश्वविद्यालय को अपनी सेवाएँ दीं। 1997 में आयोग ने इन्हें ‘बेस्ट टीचर’ का पुरस्कार दिया। श्री रहमान वेद, कुरआन सहित भारतीय वाङ्मय के गहन अध्येता हैं रहमान-दम्पत्ति के एक पुत्री ‘अदम्या अदिति’ और पुत्र ‘अभिज्ञान अभिजित्’ है। अपनी पुत्री के नाम पर श्री रहमान ने 21 अगस्त, 2010 को सन्दलपुर (पटना) में ‘अदम्या अदिति गुरुकुल’ की नींव रखी है, जहाँ गरीब और अनाथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक पूर्णतया निरामिष विद्यालय-परिसर निर्माणाधीन है।