किशनगंज/बिहार : पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अब किशनगंज पुलिस कांडों के अनुसंधान में होगी हाईटेक, जहाँ फिंगरप्रिंट, ब्लड सैंपलकीट और अन्य आधुनिक उपकरणें उपलव्ध होंगे । जिससे कांडों का त्वरितगति से अनुसंधान कर इसे निष्पादित करने में सहुलियत होगी ।
उक्त आशय की जानकारिया़ं किशनगंज के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने अपने सभावेश्म में पत्रकारों को दी है । एस पी किशनगंज ने बतलाया है कि -जिले में थानावार विधिव्यवस्था को चुस्त बनाने एवं जमीनीस्तर पर बदलाव लाने का निर्देश पुलिस मुख्यालय पटना, बिहार से प्राप्त हुआ है । जिसके मद्देनजर सर्वप्रथम आदर्श थाना किशनगंज में प्रयोग के तौर पर एक अनुसंधानकक्ष बनाने की तैयारियां प्रगति पर है । जिसे शिघ्र हींं पूरा कर कार्य शुरु किया जाऐगा ।
यूँ तो किशनगंज एस पी के इस जिले में योगदान के बाद यहाँ पुलिस महकमे में काफी बदलाव की बातें लोग खुले दिल से करते मिल जाते हैं । जिसमें इनके योगदान के साथ हींं काफी महत्वपूर्ण चुनौतियां इनके सामने आ खड़ी हुई थी । जिसमें शहर के बहुचर्चित डकैती कांडों जिसमें एक पुलिसकर्मी की हत्या, सट्टेबाजी, विधिव्यवस्था एवं स्मेक जैसी नशेड़ियों को स्वयं धर दवोचने और कांडों के उद्भभेदन सहित आरोपियों को सलाखों के पीछे ढकेलने के कई नायाब तरिकों को इस्तेमाल करने की बातें चर्चाओं में शुमार है । अगर जिला पुलिस मुख्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्तियों पर नजरें डाली जाय तो लंवित कांडों की समीक्षा कर प्रतिमाह इसका लक्ष्य निर्धारित करना, पांच से अधिक कांडों के निष्षादन करने वाले अनुसंधानक, अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाना, गिरफ्तारियों की संख्याओं में लगातार वृद्धि, अंतरराज्यीय फरारियों को बंगाल नेपाल से सहयोग लेकर अपराधियों पर नकेल कसना, मवेशी तस्करों पर तिरछी नजरें, ओभरलोडिंग ट्रकों के पुरानी व्यवस्थाओं को धारासायी करना, साथ हींं दंडशुल्क वसूली से सरकारी राजस्व को भारी लाभ पहुचाने में इनका प्रयास मील का पत्थर साबित हुआ है।
अनुसंधान की दिशा में नित नये प्रयोग से जहां लंवित कांडों में भारी गिरावट देखी गई, वहीं अभियुक्तों की शामत बन आई, जो सलाखों के पीछे भेजे जा रहे है । लंवित कुर्कियों और वारंटों का निष्षादन लक्ष्य का एक हिस्सा बन गया है । ऐसे में पुलिस मुख्यालय का निर्देश और नये उपकरणों की पहल किशनगंज पुलिस के लिए एक वरदान साबित होगा । जिस पर पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष का सफल प्रयोग निश्चितरुप से पुलिस मुख्यालय के लिए अव्वल माना जाऐगा ।