भोजपुरी के चर्चित गीतकार व लेखक विभाकर पांडे नहीं रहे। ये बिहार के सासाराम के रहने वाले थे। संघर्ष के दिनों में बाबा विश्वनाथ की नगरी बनारस इन की साधना स्थली बनी। उसके बाद मुंबई जा पहुंचे भोजपुरी में हजारों सुपरहिट गीत लिखे।
भोजपुरी का शायद कोई ऐसा गायक हो जिसके लिए विभाकर ने गीत नहीं लिखे हो। बाद के दिनों में खबर मिली कि वे लिवर कैंसर से पीड़ित थे दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था। आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा चुकी थी। भोजपुरी का कोई भी स्टार विभाकर के मदद के लिए आगे नहीं आया । सोशल मीडिया पर व्यापक पैमाने पर इनके लिए आर्थिक मदद मांगी जा रही थी। जहां तक मेरे पास जानकारी है किसी ने भी बढ़-चढ़कर इसका की मदद नहीं की। कुछ लोगों ने जरूर छोटी सी मदद की होगी।