मधेपुरा/बिहार : मौसम के उतार-चढाव के कारण इन दिनों जिले में डायरिया के मरीजों में काफी इजाफा होता दिख रहा है। उमस गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। मौसम का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। सरकारी प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की लंबी लाईन भी लग रही है। जिला अस्पताल में डायरिया पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
आलम यह है कि जिला के सदर अस्पताल के ओ पी डी में प्रत्येक दिन करीब 800 मरीजो का इलाज किया जा रहा है , वही आपतकालीन में 300 से 500 तक के मरीजों का इलाज किया जा रहा है।। सदर अस्पताल में भर्ती करीब आधे दर्जन मरीज डायरिया से ग्रसित है। मरीजों को चिकित्सकों द्वारा ईलाज के साथ रोग से बचने का उपाय भी बताया जा रहा है।
इस बाबता चिकित्सक सुमन झा ने बताया कि ईलाज के बाद डायरिया से ग्रसित मरीजों की स्थिति में सुधार है। वहीं डॉ. यश शर्मा ने कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ पानी पीने में कमी करने, साफ-सफाई में कमी व मौसम परिवर्तन के कारण लोग डायरिया का शिकार हो जाते है। मरीजों को ओआरएस का घोल व एल्कट्रोन की दवा दी जा रही है। उन्होंने यह बताया कि इस तरह की मौसम में खाना पीना का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। आजकल लोग धूप से जाते ही ठंडा पानी पी लेते है जिससे बुखार, जुखाम, खाँसी होने का खतरा बना रहता है। गर्मी में ज्यादा लिक्विड का इस्तेमाल करना चाहिए । जैसे गन्ने, बेल का जूस जो कि शरीर के लिए फायदेमंद चीजे है ।