मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग में बाल मजदूरो निषेध दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली ने कहा कि बाल श्रम एक सामाजिक अभिशाप है। संगोष्ठी के द्वारा हम शिक्षित अशिक्षित लोगों को जागृत करते हैं। समाज में संदेश देने का प्रयास करते है। इस सामाजिक चेतना को लाने के लिए ही कार्यक्रम करना आवश्यक होता है।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए रांची विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. एस. बी. सिंह ने कहा कि यदि हम ऐसे बालक जिनके माता-पिता नहीं हैं, उनको गोद लेकर परवरिश करें, तो इससे हमें आत्मसंतुष्टि प्राप्त होगी।
परिसंपदा पदाधिकारी विजेंद्र प्रसाद यादव ने बाल श्रम में लगे लोगों को बाहर निकालने की जरूरत बताई।
इस अवसर पर वाणिज्य संकाय अध्यक्ष डॉ. लंबोदर झा, हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सीताराम शर्मा, इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार झा, डाॅ. सिद्धेश्वर काश्यप, डॉ. शंकर कुमार मिश्र, सीताराम मेहता, मनोज विद्यासागर, डाॅ. दीपक कुमार राणा सहित कई शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।