मधेपुरा/बिहार : मधेपुरा नगर परिषद में दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन के तहत वार्ड पार्षदों के नेतृत्व सैकड़ों नगरवासी डटे रहे। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक समस्याओं का निदान नहीं होगा उनका आंदोलन जारी रहेगा । वहीँ इस आंदोलन को कई राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिल रहा है।
आज सीपीआई नेता रमन कुमार ने जनता के आंदोलन को जायज बताते हुए नगर परिषद कार्यालय को लुटेरों का अड्डा बताते हुए कहा कि विकास योजना में तो घोटाला है ही नगर परिषद में जनता का कोई काम भी सही से नहीं होता है। जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, नक्शा पास कराने का मामला हो या होल्डिंग टैक्स या फिर जमीन का खतियान को लेकर सभी जनता परेशान है और जनता को पैसा देना पड़ता है ।
आंदोलन कर रहे वार्ड पार्षद ने कहा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अल्पमत में आ चुके हैं, मात्र 5 पार्षद के नाम पर वे सभी अनियमितता पर पर्दा डालने के लिए समाचार पत्रों के माध्यम से जनता को गुमराह कर रहे हैं । नैतिकता के आधार पर अब उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अखबार में छपे उपाध्यक्ष के बयान को हास्य पद बताते हुए वार्ड नंबर 18 की पार्षद कविता देवी ने कहा कि मजबूरी बस मुख्य पार्षद के आठ पांच वार्ड पार्षद हैं। अखबारों में बयानबाजी कर वे अपनी वफादारी साबित करने में लगे हैं।
उन्होंने कहा जांच समिति अभी तक रिपोर्ट नहीं दी है, लेकिन उन्हें कैसे पता चल गया कि जांच समिति ने कोई गड़बड़ी नहीं पाई है। कविता देवी ने कहा कि जांच समिति को भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष प्रभावित करने में लगे हैं। इसलिए जांच रिपोर्ट में देरी हो रही है। आंदोलनकारी वार्ड पार्षद रीता कुमारी ने कहा कि उप मुख्य पार्षद अपना मानसिक संतुलन खो दिए हैं, नगर की जनता जानती है कि आंदोलन उनके लिए है। जनता को गुमराह करने का काम वे लोग ना करें। पार्षदों ने कहा कि मनोज कुमार पवन जो यहां के कार्यपालक पदाधिकारी थे, वह जिस भुगतान को गलत पाते हुए नहीं किया उसे रमन कुमार चौपाल और शंकर प्रसाद ने कुछ दिनों में ही कर दिया। यदि काम सही रहता तो वह भुगतान पवन भी करते, यदि 29 करोड़ के घोटाले की सही जांच हुई तो दोनों कार्यपालक पदाधिकारी सहित मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद और उनके सहयोगी वार्ड पार्षद जेल में होंगे ।
आंदोलकारियों ने कहा कि आंदोलन का आज दुसरा दिन है लेकिन अब तक ना तो जिला प्रशासन और ना ही नगर परिषद के द्वारा कोई पहल हुई है। ऐसे में यदि आंदोलन उग्र रूप धारण करती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और नगर परिषद के कार्यपालक और मुख्य पार्षद की होगी
इस मौके पर वार्ड पार्षद गोनेर ऋषि देव, वार्ड पार्षद ज्योति कुमारी, वार्ड पार्षद सुप्रिया कुमारी, वार्ड पार्षद कविता देवी, वार्ड पार्षद अमोल कुमार, वार्ड पार्षद उषा देवी, वार्ड पार्षद हरिया देवी, वार्ड पार्षद रीता कुमारी, वार्ड पार्षद चंद्रकला देवी मुख्य रूप से मौजूद थी ।