मधेपुरा/बिहार : हमारा विश्वविद्यालय प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यह सबों के सामूहिक प्रयास का फल है। आगे भी हम सब मिलकर काम करेंगे और हमारा विश्वविद्यालय निश्चय रूप से आगे बढ़ेगा। फिर हम गर्व से कहेंगे कि हम बीएनएमयू के हैं और बीएनएमयू हमारा है।
यह बात कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने कही। वे गुरुवार को देर शाम नार्थ कैम्पस में आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। कुलपति ने कहा कि आगे उनका लक्ष्य विश्वविद्यालय को नैक से मान्यता दिलाना है। इसके लिए प्रयास जारी हैं। शीघ्र ही नैक मूल्यांकन हेतु आईक्यूएसी सेल का गठन किया जाएगा। फरवरी के अंत में नैक जागरूकता वर्कशाप का आयोजन किया जाएगा। मार्च तक एसएसआर भेजा जाएगा।
कुलपति ने कहा कि प्रोफेसर से बड़ा कोई पद नहीं है। इसकी प्रतिष्ठा की रक्षा करें। सभी शिक्षक नियमित रूप से कक्षा में जाएंं और छात्र-छात्राओं को भी कक्षा में आने के लिए प्रेरित करें। यही शिक्षकों का सबसे बड़ा कर्तव्य एवं धर्म है। कुलपति ने कहा कि सैद्धान्तिक के साथ-साथ प्रायोगिक कक्षाओं का भी ससमय संचालन सुनिश्चित करें। विभिन्न विभागों में लैब के निर्माण हेतु दो करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है, इसका समुचित सदुपयोग हो।
प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली ने कहा कि श्रम का सम्मान मिलना चाहिए। यह प्रोन्नति शिक्षकों की सेवा का सम्मान है। उम्मीद है कि प्रोन्नत शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। कर्तव्यबोध के साथ काम करेंगे। विश्वविद्यालय को अपनी सर्वोत्तम सेवा देंगे। प्रति कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय एक टीम की तरह काम करे। सिर्फ एक केपटन से मैच नहीं जीता जा सकता है। सबों का सहयोग जरूरी है।
इस अवसर पर वित्त परामर्शी सुरेश चंद्र दास, डीएसडबल्यू डा शिवमुनि यादव, विज्ञान संकाय अध्यक्ष डा अरुण कुमार मिश्र, सिंडीकेट सदस्य द्वय डा परमानंद यादव एवं डा जवाहर पासवान, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, डा अमोल राय, डा एमआई रहमान, डा नरेन्द्र श्रीवास्तव, शैलेन्द्र कुमार, डा रामचंद्र प्रसाद मंडल, डा विनोदानंद झा, डा ललन प्रसाद अद्री, डा अरूण कुमार, डा शंकर कुमार मिश्र आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन बीएनमुटा के महासचिव डा अशोक कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन बीएनमुस्टा के महासचिव डा नरेश कुमार ने किया।
अंतरराष्ट्रीय सेमिनार की तैयारी जोरों पर
बीएनएमयू के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में 17 एवं 18 फरवरी को स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय एवं प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली स्वयं तैयारियों पर नजर रख रहे हैं। दोनों पदाधिकारियों ने आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएंं दी।
सेमिनार के संयोजक सह विभागाध्यक्ष डा रामचन्द्र प्रसाद मंडल ने बताया कि सेमिनार का मुख्य विषय प्राकृतिक आपदा और मानसिक स्वास्थय है। उप विषय मानव जीवन पर आपदा का प्रभाव, आपदा का सामाजिक संबंधों पर प्रभाव, आपदा के भावनात्मक आयाम, आपदा एवं आर्थिक विकास और वर्ष 2008 की बाढ़ और उसका कोसी का जनजीवन पर प्रभाव है। इसके अलावा योग, मानसिक रोग और मानसिक स्वास्थ्य आदि विषय भी निर्धारित किए गए हैं। इन विषयों से जुड़े लगभग 250 शोध-सारांश प्राप्त हो चुके हैं। साथ ही पचास शोध आलेख भी प्राप्त हुए हैं। साथ ही कुलपति, प्रति कुलपति और कई अन्य पदाधिकारियों का शुभकामना संदेश प्राप्त हुआ है। डा रामचंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि सेमिनार विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परीक्षा भवन में होगा।