दरभंगा/बिहार : सरस्वती पूजा पर पूर्व के कई मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने कमर कस ली है। ये सरकार सांप्रदायिक सौहाद्र पर किसी प्रकार से कोई समझौता नही करना चाहती है। इसी उद्देश्य से शांति व्यवस्था कायम रहें एवं हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन हो इसके लिए मुख्य सचिव दीपक कुमार ने गृह सचिव, डीजीपी, एडीजी, आईजी एवं सभी जिले के जिलाधिकारी एवं एसएसपी, एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग किया।
एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशों के आलोक में सरकार ने सरस्वती पूजा में डीजे बजाने पर पूर्णत: रोक लगा दिया है। सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सुनिश्चित करेंगे कि किसी कीमत पर डीजे नहीं बजे। 10 बजे रात्री के बाद लाउडस्पीकर बजाने पर पूर्व की तरह रोक रहेगी। इसके साथ ही 11 फरवरी को सभी मूर्ति का विसर्जन करना अनिवार्य होगा। जो भी इसका पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कारवाई की जाएगी।
एडीजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि बिना लाइसेंस के पूजा पंडाल बैठाने की इजाजत नहीं होगी, जो जिला प्रशासन द्वारा पूजा समिति को लाइसेंस जारी किया जाएगा। उसमें कम से कम 10 सदस्य जरूर होने चाहिए। संवेदनशील जगहों पर शांति समिति की बैठक कर विधि व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी डीएसपी को दी गई है।
एडीजी ने कहा कि जबरन चंदा की वसूली करना रंगदारी का रूप है। ऐसा कोई भी मामला प्रकाश में आता है तो दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कारवाई की जाएगी। विसर्जन के दौरान नदी, घाट पर गोताखोर तैनात करने के लिए निर्देश दिया गया है ताकि किसी प्रकार के अनहोनी नहीं हो सके।