दरभंगा/बिहार : भाजपा भगाओ-देश बचाओ नारे के तहत आयोजित भाकपा माले के 11वें दो दिवसीय ज़िला सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र को सम्बोधित करते हुए पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा ने कहा कि देश की राजनीति मुठ्ठीभर कारपोरेटों के हाथ का खिलौना बन गया है। गांव-गरीबों की ओर देश की राजनीति को मोड़ने के लिए वामपंथी आंदोलन को मज़बूत बनाना जरूरी है। पहाड़ की तरह खड़ी होती जा रही असमानता को दूर करने के लिए सबों के लिए न्यूनतम आय की गारंटी करना वक्त की जरूरत है लेकिन राहुल जी इसे देश को ठगने का जुमला मोदी जी की तरह नही बनाएंगे यह उम्मीद देश की है।
उन्होंने कहा कि देश के सभी भूमिहीनों-गृह विहीनो की राष्ट्रीय सूची बनाते हुए वास आवास का कानून बनाने की जरूरत है और साथ ही रोजगार का अधिकार मौलिक अधिकार बने। इस देश मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सबको मिले, इसकी गारंटी आनेवाली सरकार को करनी होगी। माले नेता ने इस बात पर खुशी जाहिर किया कि मिथिलांचल में वामपंथी आंदोलन में दुबारा उभार आ रहा है। मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, मुजफ्फरपुर सहित सभी ज़िलों में लालझंडा आंदोलन में तेज़ी आयी है और गरीब बसाओ आंदोलन जोड़ पकड़ा है। किसानों के कर्जमाफी सहित अन्य मुद्दे को लेकर दलित-गरीबों को उजाड़े जाने के खिलाफ 18 फरवरी को विधानसभा के समक्ष विशाल संयुक्त प्रदर्शन होगा।
सम्मेलन की अध्यक्षता 7 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल आर के सहनी, मिथिलेश्वर सिंह, अभिषेक कुमार, शनिचरी देवी, जंगी यादव, मोहन राम, लक्ष्मी पासवान व संचालन मंडल में अशोक पासवान, पप्पू पासवान, गजेंद्र नारायण शर्मा, मनोज यादव, विशाल माझी ने किया। सम्मेलन में लगभग 300 प्रतिनिधि व 50 पर्यवेक्षक व अतिथि ने भाग लिया।
सम्मेलन में राज्य पर्यवेक्षक के बतौर समस्तीपुर के जिला सचिव प्रो उमेश कुमार मौजूद थे। सम्मेलन की शुरुआत में विदाई कमिटी के सचिव द्वारा 3 साल का काम काज प्रस्तुत किया गया। सम्मेलन के दस्तावेज पर कुल 39 प्रतिनिधि ने बहस में हिस्सा लिया। जिसके बाद सभी रिपोर्ट को संतुलित करते हुए विदाई कमिटी के जिला सचिव ने प्रतिनिधि सत्र को संबोधित किया।