दरभंगा/बिहार : जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में दरभंगा प्रखंड के रानीपुर पंचायत के आंगनवाडी केंद्र संख्या 223 पर सुधा दुध पाउडर प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक बुधवार को प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर सुधा मिल्क पाउडर का वितरण किया जाएगा। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि इसकी जानकारी सभी को दी जाय इसके लिए दीवार लेखन भी कराया जाय। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्रों का मूल उद्देश्य स्कूल पूर्व शिक्षा एवं बच्चों को उचित पोषण दिलाना है। यह सभी माताओं का उत्तरदायित्व है कि मेनू के अनुसार बच्चों को भोजन मिले इसके लिए स्वयं भी जागरूक हों। आंगनवाड़ी केंद्रों के द्वारा खेल के माहौल में स्कूल पूर्व शिक्षा बच्चों को मिलती है। यह माना जाता है कि मां बच्चों की पहली शिक्षिका होती है। इसीलिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर भी उसी मातृत्व के माहौल में, पारिवारिक माहौल में बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है।
उन्होंने कहा कि सभी माताओं की ये जिम्मेदारी है कि बच्चियों का विवाह 18 वर्ष से कम उम्र में ना हो, महिलाओं का गर्भ धारण सही उम्र में हो, गर्भवती मां पर उसके पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाय, गर्भधारण के दौरान प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों पर कम से कम 3 बार जांच कराएं, यह सुनिश्चित करें कि प्रसव की प्रक्रिया संस्थागत तरीके से हो, जन्म लेने के 1 घंटे के अंदर बच्चे को मां का दुध अवश्य पिलाएं, 6 माह तक नवजात बच्चे को केवल मां का दुध पिलाएं एवं 6 माह के बाद ऊपरी आहार अवश्य दें। नियमित रूप से बच्चे का टीकाकरण कराएं। इस मौके पर जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक रवि शंकर तिवारी ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अलका अम्रपाली ने जिलाधिकारी का स्वागत किया। प्रखंड विकास पदाधिकारी दरभंगा सदर ने जिला पदाधिकारी का धन्यवाद किया।