मधेपुरा : घातक बीमारी से बचाव हेतु 9 महीने से 15 साल के बच्चों को खसरा-रूबैला इंजेक्शन लगाना बेहद जरुरी -डीएम

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महताब अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

मधेपुरा/बिहार : मंगलवार को जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला ने मुख्यालय स्थित केशव कन्या उच्च विद्यालय प्रांगण में खसरा-रूबैला टीकाकरण अभियान का दीप प्रज्वलित कर विधिवत उदघाटन किया।

कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए डीएम ने कहा कि खसरा रूबैला टीकाकरण अभियान को सफल बनाने को लेकर हर स्तर पर अधिकारी औऱ कर्मी तैनात हैं, ताकि एक भी बच्चे टीका से वंचित नहीं रहे। उन्होंने  कहा कि विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान खसरा-रूबैला भारत के द्वारा 2017 से प्रारंभ किया गया है । इस टीकाकरण में 9 माह से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों को टीका दिया जाना है । जिसमें सुरक्षा पूर्वक अब तक 30 राज्यों में लगभग 20 करोड़ बच्चे को काफी सहज रूप से टीका लगाया जा चूका है।

डीएम ने कहा कि खसरा रोग की जटिलताएं जैसे निमोनिया, मेनिनजाइटिस, डायरिया, विटामिन ए की कमी तथा कुपोषण के कारण बच्चों के मृत्यु का एक मुख्य कारण है । विश्व भर में इस रोग के कारण लगभग 13420 0 बच्चों की मृत्यु प्रत्येक वर्ष होती है । जिसमें पूरे भारतवर्ष में कुल 4 लाख 200 बच्चों की मृत्यु हो जाती है। रूबैला रोग एक वायरल जनित रोग है जो गर्भवती महिला को गर्भ के पहले 3 महीने में संक्रमण हो जाता है और जीवित बच्चे पैदा होने के उपरांत बहुत सी जन्मजात बिमारियों से ग्रस्ति हो जाता है। डीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों को खसरा रूबैला टीका जरूर लगवाएं।
उन्होंने बताया कि मधेपुरा जिला के 8 लाख बच्चों को खसरा और रुबैला का टीका लगाने का लक्ष्य है।

उदघाटन कार्यक्रम को डॉ0अरुण कुमार मंडल, लायंस क्लब के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ0एसएन यादव, डॉ0दिलीप कुमार, डॉ0आरके पप्पू सहित अन्य चिकित्सकों ने भी संबोधित किया। उदघाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मधेपुरा के सिविल सर्जन डॉ0शैलेन्द्र कुमार कर रहे थे।


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