वैशाली/बिहार : जिले में पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को, राजद कार्यकर्ताओ के द्वारा काला झंडा दिखाने पर नगर थाना पुलिस द्वारा तीन नामज़द सहित लगभग एक दर्जन लोगों पर, थानाध्यक्ष के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसको लेकर आक्रोशित राजद कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाल कर, केस वापस करने को लेकर ज़िलाधिकारी कार्यालय के पास, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाए।
राजद कार्यकर्ताओ ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमलोगो पर जो फर्जी केस किया गया है, उसे जल्द वापस लिया जाए। इस संबंध में राजद कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल ने ज़िला पदाधिकारी से मिल मांग-पत्र सौंपा। ज़िला पदाधिकारी से आशवासन मिला कि जल्द ही केस को वापस ले लिया जाएगा, तब जाकर राजद कार्यकर्ता शांत हुए।
राजद कार्यकर्ताओं का कहना था कि दलित, महादलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यकों को सिर्फ सरकारी कागजों पर हीं जमीन की कागज दी जाती है। लेकिन आज तक उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं दिलाया गया। इसलिए मुख्यमंत्री को काला झंडा शांतिपूर्ण दिखाया गया था। जिसको लेकर धर्मनिरपेक्ष सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष फैज खान, छात्र राजद के जिला अध्यक्ष तौसीफ रजा, राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के आमिर खान पर प्राथमिकी दर्ज की गई ।
जुलूस का नेतृत्व चेहराकला राजद के प्रखंड अध्यक्ष सुबोध यादव, महुआ प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद नसीम रब्बानी, गौतम कुमार, कुंदन कोहली, लाल मोहन राय, विकास यादव, इंजीनियर गौरव यादव, विक्रम यादव, सुजीत सिंह,केतु पटेल, रोशन यादव के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता जुलूस में शामिल थे।