किशनगंज/बिहार : जिले के बहादुरगंज थानाध्यक्ष ने क्षेत्र में शांति व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए जनप्रतिनिधियों से आमसहमति बनाकर किया सेक्टर का निर्माण । जिसके लिए दो पंचायतों के सेक्टर में पुलिस पदाधिकारी सहित ग्राम पंचायतों के मुखिया, सरपंच, उप मुखिया, उप सरपंच एवं सदस्यों को दी गयी जिम्मेदारियां । बैठक में नगर पंचायत सहित सभी पंचायतों के सभी स्तर के जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया ।
नव नियुक्त थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने आज थाना परिसर में एक बैठक का आयोजन कर सेक्टर बनाने का प्रस्ताव रखा । जिस बिषय पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते थानाध्यक्ष ने कहा कि -एक सेक्टर में दो पंचायत होंगे तथा सभी सेक्टरों को वाट्सअप ग्रूप से जोड़ा जाऐगा । जिसके एडमिन स्वयं थानाध्यक्ष होंगे । विशेष तौर पर बिजली विभाग को इस ग्रूप से जोड़ा जाऐगा । जिससे कहीं भी घटित घटना, दुर्घटनाओं, की सूचना तुरंत सारे सेक्टरों को मिलेगी । एक तरफ नजदीक के सेक्टर आपातकालीन स्थितियों में बगल बाले को सहयोग करेंगे तो दूसरी ओर छोटे छोटे झगड़ों, मारपीट, जमीनी विवादों का आपसी समझौता आदि के लिए सेक्टर कारगर सावित होगा । वहीं असुरक्षा की भावनाओं को सेक्टर प्रभारी पुलिस पदाधिकारी थानाध्यक्ष से सहयोग लेकर उन्हें सुरक्षा मुहैया करा सकेंगे ।
गौरतलव है कि जिले के एस .पी .कुमार आशीष ने थाना दिवस के आयोजन हेतु 12.01.19 का समय इस थाना के लिए निर्धारित किया है । पर उक्त आयोजन का स्थान सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में का भी निर्देश थानाध्यक्ष को दिया है । जनप्रतिनिधियों की इस बैठक में विचार विमर्श किया गया एवं सर्वसम्मति से थाना दिवस के आयोजन स्थल के लिए “पंचायत भवन धीमटोला, झिंगाकाटा इस्तमरार पंचायत ” को सर्वसम्मति से हरी झंडी दिखाई गई । इसी दिन थाना दिवस के अवसर पर सेक्टर निर्माण संवंधी बुकलेट का विमोचन कर जिले के एस .पी . इसे पूरे जिले में लागू कर इसकी विशेषताओं और लाभ पर विस्तृत चर्चा करेंगे ।
बताते चलें कि थाना आनेवाले दबे कुचले और निरक्षर लोगों, जिसे कथित तौर पर दुत्कार कर भगा देने की पुरानी परम्पराओं पर थानाध्यक्ष ने पूर्ण रुप से पावंदी लगाकर जनशिकायत पंजी का निर्माण किया है जो चौबीस घंटे तैनात ओ.डी.पदाधिकारियों के पास उपलव्ध रहेगा जो बिना आवेदन के थाना आने वाले शिकायतकर्ता से उनका नाम,पता, उनकी शिकायतों को उक्त पंजी में दर्ज कर, शिकायतों का आवेदन तैयार करा, उस पर थानाध्यक्ष के आदेश से उचित कार्यवाही करेंगे एवं की गई कार्यवाही को उक्त पंजी में दर्ज करेंगे । जिसका पर्यवेक्षणक्ष समय-समय पर थानाध्यक्ष स्वयं करेंगे ।