नालंदा/बिहार : जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र के मघड़ा सराय में 2 जनवरी को राजद नेता इंदल पासवान की हत्या के बाद हुई मॉब लोंचिंग घटना पर राजनीतिक तेज हो गई है । इसी क्रम में आज भाकपा माले के केंद्रीय कमेटी सदस्य व एपबा राज्य सचिव शशि यादव ने मघड़ा सराय गांव का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से भेंट की । उसके बाद माले जिला कार्यालय कमरुद्दीन गंज में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
इस मौके पर शशि यादव ने कहा कि नीतीश का गृह जिला होने के बावजूद पुलिस की मौजूदगी में मोब लोंचींग की घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है । अगर प्रशासन चाहती तो मॉब लिंचिंग की घटना नहीं होती, क्योंकि जिला मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर ही मघडा सराय गांव है । अगर पुलिस प्रशासन चाहती तो काफी संख्या में पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया जाता तो इस मॉब लोंचिंग की घटना पर रोक लगाया जा सकता था। पुलिस की निष्क्रियता के 2 निर्दोष लोगों की जानें गई । इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमे कर रही हैं। दूसरी तरफ आक्रोशित भीड़ को काबू में करने के लिए प्रशासन के पास कुछ भी नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि नीतीश कुमार आंदोलन को दबाना चाहते हैं वहीँ जिला भाकपा माले के सचिव कामरेड सुरेंद्र राम ने कहा कि प्रशासन की विफलता ही मोब लोंचिंग की घटना को जन्म दिया। प्रशासन अगर चाहती तो इस घटना पर अंकुश लगाया जा सकता था। मौके पर पाल बिहारी लाल ने भी अपनी बातों को राखी ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राम देव चैधरी, मकसूदन शर्मा, नवल किशोर, इत्यादि लोग उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि मगरा सराय घटना में अब तक 4 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है, पहला प्राथमिकी इंदल पासवान के परिवार के द्वारा दूसरा रंजन के परिवार के द्वारा तीसरा संजय मालाकार और पुलिस प्रशासन की तरफ से भी एक एफ आई आर दर्ज किया गया है, अब तक इस घटना में 5 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि नालंदा पुलिस अधीक्षक ने की है।