भीमपुर/सुपौल/बिहार : पूर्व रेलमंत्री ललित नारायण मिश्र के 45वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में बिहार सरकार के किसी भी मंत्री के नहीं पहुंचने से क्षेत्रीय, भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए ना सिर्फ मंत्री विजेंद्र प्रसाद को खबरदार किया बल्कि इशारे-इशारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत दे डाला।
अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व रेलमंत्री स्व. ललित बाबू ने इस क्षेत्र के एक उद्धारक के रूप में निस्वार्थ पूर्वक काम किया है। लेकिन उनके पुण्यतिथि में किसी मंत्री का ना पहुंचना उनके लिये ही नहीं बल्कि पूरे इलाके के लोगों का अपमान है, जिसका मैं घोर विरोध करता हूँ। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां स्थानीय मंत्री बिजेंद्र यादव को यहां आना था लेकिन उनका नहीं आना यहां की जनता का अपमान है। कहा कि बिजेंद्र यादव को बलुआ और ललित बाबू रास नहीं आते इसलिए वो यहां नहीं आये। वहीं सुपौल डीएम को भ्रष्ट बताते हुए कहा कि पूर्व रेलमंत्री के शहादत पर मंत्री के बजाय भ्रष्ट डीएम को अतिथि के रूप भेजा गया जो हम कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते, और इस भ्रष्ट डीएम के पीछे हम खड़े नहीं हो सकते इसलिये हमने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है और अलग से स्व. ललित बाबू को श्रद्धांजलि दिया हूं ।
विधायक नीरज कुमार बबलू ने कार्यक्रम की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि उनके शहादत के मौके पर उनके द्वारा किये हुए कामों और उनके सपने के बारे में नहीं बोलकर राजनीति का अखाड़ा बना दिया जाता है, जहां सभी नेता या पदाधिकारी अपने अपने रोटी सेकने में लगे रहते हैं जो काफी दुखद है। बताया कि चार साल पहले भी इसी तरह किया गया था जब उनके पुण्यतिथि के मौके पर सरकार की तरफ से कोई भी मंत्री नहीं पहुंचे थे। जिसका मैंने विरोध भी किया था।
उहोने लोगों को आश्वासन दिया कि ललित बाबू की पुण्यतिथि पर किसी मंत्री के नहीं पहुंचने के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे। ललित बाबू इस इलाके का उद्धारक रहे हैं और उनके शहादत पर उनका इस तरह का अपमान नहीं हो सकता। आगे से हम कोशिश करेंगे कि उनके शहादत के मौके पर मंत्री आये इसकी मांग करेंगे।
इस दौरान विधायक ने समाजसेवी यमुनानंद मिश्र के आवास पर स्व. ललित नारायण मिश्र के फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया।
अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था के बिहार प्रदेश के आरक्षण इकाई के प्रदेश अध्यक्ष बिमल झा ने खेद प्रकट करते हुए कहा की स्वo ललित बाबू के पुण्यतिथि पर बिहार सरकार द्वारा राजकीय समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री या राज्यपाल का नहीं आना ये दुर्भाग्यपूर्ण बात है । उन्होंने कहा आज से 5-7 वर्ष पहले स्व ललित बाबू के पुण्यतिथि पर बिहार के मुख्यमंत्री, राज्यपाल या कोई ना कोई मंत्री आते थे । लेकिन कुछ वर्षों से किसी मंत्री का शिरकत नहीं होना ये ललित बाबू का बहुत बड़ा अपमान साबित हो रहा है । लगता है सूबे की सरकार इसे जरूरी नही समझते हैं । हम बिहार सरकार को कहना चाह रहे हैं कि अगले वर्ष से इस समारोह में स्वयं वो शिरकत करें और मिथला के पुत्र स्वo ललित बाबू को श्रद्धांजलि अर्पित करें ।