दरभंगा/बिहार : आज राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन करते हुए विधिक सेवा प्राधिकार के उपाध्यक्ष व जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि लोक अदालत से निष्पादित वादों में समस्याओं का स्थाई हल निकलते हैं। दरभंगा व्यवहार न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आज विभिन्न प्रकार के 992 मामले में से 791 मामलों को निष्पादित किया गया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि इसमें हमेशा दोनो हीं पक्षकारों की जीत होती है। पक्षकारों के बीच समझौता हो जाने से आपस की कटूता मिट जाती है। जिससे समाज में शांति और खुशहाली का द्वार खुलता है। सुगमतापूर्वक विवाद निपटारे की दिशा में लोक अदालत का प्रयोग काफी सकारात्मक रहा है। अधिकांश विवादों का मूल कारण आपसी कटुता और जिद है इसके दो फायदे हैं। एक तो वादों के अधिकाधिक निष्पादन से न्यायालय का बोझ घटता है। वहीं अदालत में गंभीर प्रकृति के लंबित मामलों का सुचारु रुप से संचालन के लिए अदालत को पर्याप्त समय भी मिल सकेगी। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अदालतों में लंबित मुकदमां का बोझ कम करने के उदेश्य से प्राधिकार द्वारा आयोजित लोक अदालत का प्रयोग काफी सफल रहा है।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर प्राधिकार के उपाध्यक्ष सह डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, एसएसपी गरिमा मलिक, परिवार अदालत के प्रधान न्यायाधीश बेनी माधव पाण्डेय, एडीजे ब्रजेश कुमार मालवीय, रुपेश देव, सीजेएम संपत्त कुमार ने संयूक्त रुप से किया।
मौके पर एसडीजेएम दीपांजन मिश्र, एसीजेएम राजेश कुमार द्विवेदी, अजय कुमार, जावेद आलम, अक्षय कुमार, शैलेंद्र कुमार, विवेक चन्द्र वर्मा, प्राधिकार के सचिव राजकुमार चौधरी समेत सभी न्यायिक पदाधिकारी, बैंक अधिवक्ता, पक्षकार और न्यायालय कर्मचारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता विष्णुकांत चौधरी ने किया।