घैलाढ़/मधेपुरा/बिहार : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं ने सरकारी सेवक घोषित करने, न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये प्रतिमाह देने, लंबित प्रोत्साहन राशि का शीघ्र भुगतान करने आदि की मांग को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया। जिसकी अध्यक्षता आशा संघ के प्रखंड अध्यक्ष कुमारी आशा के अध्यक्षता में शुरुआत की गई ।
इस दौरान आशा संघ अध्यक्ष कुमारी आशा ने कहा कि बिहार सरकार एक तरफ महिला सशक्तिकरण एवं महिला उत्थान का नारा बुलंद करती है, और दूसरी तरफ राज्य के 84 हजार आशा कार्यकर्ताओं के मांगों को कई वर्षेां से नजर अंदाज करती आ रही है। भारत सरकार के द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह दो हजार रुपये मानदेय देने का आदेया निर्गत किया जा चुका है। कई राज्यों की आशा कार्यकर्ताओं को इसका लाभ भी मिल रहा है जबकि बिहार की आशा कार्यकर्ताओं को इस लाभ से वंचित रखा गया है।
कार्यक्रम में मौजूद आशा संघ सचिव नीतू भूषण सिंह, कोषाध्यक्ष पुनम कुमारी, उपाध्यक्ष अंजू भारती, पुष्पांजलि, प्रभा कुमारी, नीलम कुमारी, सीता देवी, राजकुमारी, पिंकी देवी, आशा कुमारी एवं आशा संघ के कई आशा कार्यकर्ता मौजूद थे।