दरभंगा/बिहार : जब इंसान की संवेदना मर जाए तो जानवरो और इंसानों में कोई फर्क नही रहता है। इस घटना ने तो कुछ ऐसा ही साबित कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनएच् 527बी के मदारी व खिरमा के बीच अवस्थित मोहनी पुल के निकट सड़क के किनारे बुधवार की सुबह एक नवजात बच्ची पाई गई। इसकी जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सड़क के किनारे सुबह करीब 6:00 बजे बच्ची के रोने की आवाज सुनाई पड़ी। मार्ग से गुजर रहे लोगों को रोने की आवाज सुनकर रहा नहीं गया। समीप जाकर देखा तो सन्न रह गए। कपड़े में बच्ची लिपटी रो रही थी। लोगों ने इसकी सूचना केवटी थाने को दी। सूचना पर आए अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेते हुए बच्ची को वहां से उठाकर सामुदायिक चिकित्सा केंद्र रनवे केवटी में इलाज के लिए भर्ती कराया।
थानाध्यक्ष कौशल कुमार ने इसकी जानकारी चाइल्डलाइन कार्यकर्ताओं को दी। बच्ची को देखने से पता चल रहा था कि किसी महिला ने रात में ही सड़क के किनारे फेंक दिया है। ईश्वर की कृपा से उसे कोई जंगली जानवर का खरोंच तक नहीं है। वही कुछ लोग कह रहे थे कि लड़की होने के नाते किसी ने यहां सड़क के किनारे लावारिस छोड़ दिया है। अब सच्चाई क्या है ये तो किसी को पता नही है।