” बड़े शौक से सुन रहा था जमाना, तुम्हीं सो गए दास्तां कहते -कहते । “
जमाने को मुहब्बत की दास्तां सुनाने वाले सुपरहिट पार्श्व गायक मो.अजीज सचमुच सो गए । उनका आज मंगलवार को मुंबई में हार्ट अटैक से निधन हो गया है। वह कोलकाता से स्टेज शो करके लौट रहे थे। मोहम्मद अजीज ने 1980 और 1990 के दशक में एक से बढ़कर एक सुपरहिट गानों को अपनी रूह में उतरने वाली आवाज दी है। वे विगत 20 नवंबर को मधेपुरा में स्टेज शाॅ करने आए थे। अभी मधेपुरा के लोगों के दिलों में उनकी याद ताजा थी । लिहाजा उनके यूं चले जाने से संपूर्ण मधेपुरा जिला स्तब्ध और मर्माहत है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार रात उनका कोलकाता में कार्यक्रम था। मंगलवार दोपहर वह जब मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे तो उनकी तबियत खराब हो गयी। कैब में बैठने के बाद उन्होंने ड्राइवर से कहा कि वे ठीक नहीं महसूस कर रहे हैं। फिर उन्हें मुंबई के नानावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। अजीज का अंतिम संस्कार बुधवार को मुंबई में होगा।
सनद रहे कि 2 जुलाई 1954 को कलकत्ता में जन्मे अजीज आज भी अपने 150 साल पुराने घर में रहते थे जो उनके परदादा का है। अजीज, साल 1982 में मुंबई आये तो उन्हें पहला ब्रेक सपन जगमोहन ने दिया था। मो. अजीज ने हिंदी के अलावा उड़िया और बंगला भाषा में भी कई हिट गीत गाये हैं।
मीडिया को दिये अपने इंटरव्यूज में अजीज बताया करते थे कि अपने संघर्ष के दिनों में वह म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक के घर भी जाते थे। अनु भी उस दौरान बहुत संघर्ष कर रहे थे।एक दिन अनु ने अजीज को रिकॉर्डिंग रूम में बुलाया और फिल्म ‘मर्द’ का टाइटल सॉन्ग ‘मर्द तांगेवाला’ गाने को कहा।अजीज कहते, मैंने यह गाना अमिताभ बच्चन के लिए गाया जो मेरे लिए बहुत सौभाग्यशाली रहा।
मालूम हो कि इसी गाने से मो. अजीज को बड़ी पहचान मिली थी। अजीज कहते थे, उन दिनों लाइव रिकॉर्डिंग हुआ करती थी। गाना ‘मर्द तांगेवाला’ की रिकॉर्डिंग के दौरान डायरेक्टर मनमोहन देसाई और एक्टर शम्मी कपूर और अमिताभ भी मौजूद थे। मोहम्मद रफी के बहुत बड़े फैन रहे अजीज, अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘मर्द’ के टाइटल सॉन्ग ‘मैं हूं मर्द तांगे वाला’ से रातों रात हिंदी प्लेबैक सिंगिंग में सुपरस्टार बन गये। इसके बाद अजीज ने कई फिल्मों के हिट गाने गाये। इनमें ‘लाल दुपट्टा मलमल का’, ‘मय से मीना से न साकी से’, जैसे सैकड़ों हिट गाने शामिल हैं। अजीज ने ‘मर्द’ के अलावा ‘बंजारन’, ‘आदमी खिलौना है’, ‘लव 86’, ‘पापी देवता’, ‘जुल्म को जला दूंगा’, ‘पत्थर के इंसान’, ‘बीवी हो तो ऐसी’, ‘बरसात की रात’ जैसी फिल्मों में एक से बढ़कर एक गाने गाये.
गौरतलब है मो.अजीज विगत सप्ताह 20नवंबर 2018 को मधेपुरा आए थे और तबियत ख़राब रहने के बावजूद उन्होंने मधेपुरा में आयोजित राजकीय गोपाष्टमी मेला में शानदार स्टेज शाॅ किया था। मधेपुरा वासियों के दिलों में उनकी यादें ताजा थी। लिहाजा उनके यूं चले जाने से संपूर्ण मधेपुरा जिला स्तब्ध और मर्माहत है।