पटना/बिहार : आम आदमी पार्टी ने राज्य के मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष शबाना खान ने कहा कि मीडिया से मिली जानकारियों के अनुसार सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में जो लिखित जवाब दिया है, उससे साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लालू-राबड़ी आवास पर सीबीआई छापे की पूर्व से ही खबर थी। किन्तु छापा पड़ने के बाद भी वे राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों, अपनी पार्टी के नेताओं एवं मीडिया के समक्ष ऐसा दर्शाते रहे, जैसे कि उन्हें कुछ भी नहीं पता था।
शबाना ने कहा कि एक तरफ खुद सीबीआई के कई अधिकारी इस छापे को संवेदनशील मानते हुये आशंका एवं चिंता में थे कि कहीं इस छापे से राज्य की कानून-व्यवस्था में खलल न उत्पन्न हो, तो दूसरी तरफ राज्य के मुखिया जनता की चिंता छोड़ बहाना बनाकर चैन की बंसी बजाने राजगीर चले गये।
उन्होंने कहा कि अगर लालू परिवार के लोग भ्रष्ट हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिना किसी भय के उस समय भी सामने खड़े होकर सीबीआई का सहयोग करना चाहिये था एवं राज्य की जनता की सुरक्षा के लिये पटना हेडक्वार्टर में रहकर छापे के दौरान कानून व्यवस्था की मॉनिटरिंग करनी चाहिये थी। किंतु ऐसे संवेदनशील अवसर पर राजगीर भाग जाना उनकी कायरता को ही दर्शाता है या फिर इस षड्यंत्र में उनकी संलिप्तता की तरफ भी इशारा करता है।