चौसा /मधेपुरा/ बिहार: जिला के चौसा थाना क्षेत्र अंतर्गत चौसा पश्चिमी पंचायत के वार्ड नंबर 9 में बीती रात पूर्णिया जिला की एक छात्रा को गला रेतकर हत्या करने की नाकाम कोशिश की गई । लेकिन ” जाको राखे साइयां -मार सके ना कोय” वाली कहावत चरितार्थ हो गयी और और छात्रा जीवित बच गई । उसे गंभीर हालत में बेहतर चिकित्सार्थ भागलपुर रेफर किया गया है ।
बताया जाता है कि शनिवार को चौसा पश्चिमी पंचायत के वार्ड नंबर 9 निवासी अजय पासवान के आंगन में सुबह करीब 4:00 बजे एक 16 वर्षीय युवती के चीखने चिल्लाने की आवाज आई कि हमको बचालो- हमको बचा लो। इतने में घर वाले की आंख खुली और आंगन में खून से लथपथ युवती को देख अचंभित हो गए। घर वाले उसी समय इसकी सूचना चौसा पश्चिमी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सचिन कुमार पटवे को दी तथा घायल युवती को चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया ।जहां डॉ बीडी शर्मा ने उसका उपचार किया तथा लड़की को प्राथमिक उपचार के बाद डॉ शर्मा ने बेहतर उपचार के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
पूछताछ के दौरान लड़की ने अपना नाम अंजली कुमारी पिता बिट्टू पासवान घर पूर्णिया जिला के भवानीपुर बताई । उसने बताया कि पूर्णियाँ में रह कर बीएससी की पढ़ाई कर रही हूं। उसने यह भी बताई कि पूर्णिया में चौसा का दो लड़का मेरे पीछे पड़ा रहता था एक का नाम मुरारी कुमार तथा दूसरे का नाम पिंटू कुमार है, जो मधेपुरा जिला अंतर्गत चौसा का निवासी है। छात्रा ने बताया कि मैं चौसा कैसे पहुंची इसके बारे मुझे कुछ भी नहीं मालूम है ।मैं पूर्णियाँ से अपने घर आरही थी कि मुझे भवानीपुर के बाद कोई याद नहीं है।
बहरहाल मामले के संबंध में जितनी मुंह उतनी बातें हो रही हैं। कोई कहता है कि प्यार में धोखा मिला है तो कोई घटना को दुष्कर्म में नाकाम रहने की परिणति बता रहा है । इस बाबत प्रभारी थाना अध्यक्ष श्याम चंद्र झा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है।पुलिस इस मामले में अनुसंधान में जुटी हुई है। लड़की अभी ब्यान देने के स्थिति में नही है और परिजनों के तरफ से भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।