दरभंगा/बिहार : दरभंगा जिला में पेय जल : गुणवत्ता एवं उपलब्धता” विषय पर एक दिवसिय सेमिनार का आयोजन आज एलुमनाई एसोशिएशन, पर्यावरण एवं जल प्रबंधन द्वारा मिल्लत कॉलेज, दरभंगा में हुआ।
सेमिनार से पूर्व पर्यावरण जागरूकता रैली एवं वृक्षारोपण मुख्य सरंक्षक सह प्राचार्य ड़ॉ मो रहमतुल्लाह के नेतृत्व में निकाली गई। एलुमनाई एसोशिएशन के संयोजक फारूक इमाम ने सबो का स्वागत करते हुए पूर्व में मिल्लत कॉलेज में चल रहे पर्यावरण एवं जल प्रबंधन में स्नातक पाठ्यक्रम में दुबारा नामांकन प्रारम्भ करवाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दुहराई। डॉ मो रहमतुल्लाह ने अपने मुख्य व्याख्यान में कहा क़े हमारे आस पास में जल संकट नही है बल्कि जल के प्रबंधन का संकट है अगर जल का प्रबंधन सही से किया जाये तो जल संकट को आसानी से दूर किया जा सकता है। मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो मुस्तफा कमाल अंसारी साहब ने बताया के पर्यावरण एवं जल प्रबंधन कोर्स में नामांकन फिर से प्रारम्भ करने के लिये विश्विद्यालय एवं राज्यपाल सचिवालय में बात हो रही है जल्द ही उक्त पाठ्क्रम में नामंकन पुनः प्रारम्भ हो जायेगा।
जल के महत्व, पेय जल के मानक, जल प्रदूषण एवं निदान के उपाय, वर्षा जल संचयन, भू जल रिचार्ज तकनीक, जल जनित रोग एवं उसके निदान के उपाय, धरातलीय जल को पिने योग्य बनाने की संभावना, जल चक्र, जल संकट एवं जल से सम्बंधित कानून पर क्रमशः डॉ अभिनव, आफ़ताब आलम, नूरफेशां रज़ा, मो नेमतुलैंन नज़री एवं मो इरशाद ने अपना व्यख्यान प्रस्तूत किया।
उक्त आयोजन में डॉ अयाज़ अहमद, डॉ विजय मिश्रा, डॉ रिज़्वानुल्लाह, डॉ शहनाज़ बेगम, अल्ताफुल हक़, डॉ भक्ति नाथ झा, डॉ इंसान अली, मो शमीम एवं एलुमनाई एसोसिएशन के कामरान अहमद खान, अफ़ज़लुल होदा, मजहरुल इस्लाम, आसिफ मुर्तुज़ा, अफ़ज़ल अंसारी, जाशीद हुसैन खान, उम्मे बिक़रा आदि उपस्थित थे।