सहरसा/बिहार : बेख़ौफ़ अपराधियों ने दिन-दहाड़े सहरसा के गांधी पथ के रहनेवाले उमेश साह के घर में घुसकर ना केवल जमकर उत्पात मचाये बल्कि कारोबारी उमेश साह के सीने में गोली भी मार दी। इस दौरान अपराधियों ने घर की महिलाओं को भी जमकर पीटा। जाते-जाते अपराधियों ने हवा में कई फायर किए और उमेश साह की स्कार्पियो गाड़ी के शीशे पर भी दो गोली मारी। जख्मी उमेश साह को ईलाज के लिए स्थानीय लोग उठाकर सूर्या अस्पताल ले गए, जहां उमेश साह को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शव को वहां से सदर अस्पताल लाया गया, जहां से मृतक के परिजन और गाँधीपथ के आक्रोशित लोगों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने दिया और स्कॉर्पियो से शव को लेकर भाग निकले। अब आक्रोशित लोग शव के साथ थाना चौक को जाम कर पुलिस और आरोपियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। सदर अस्पताल में सदर एसएचओ आर.के.सिंह सहित डेढ़ सौ से ज्यादा जवान मौजूद थे लेकिन आक्रोशित लोगों ने किसी की एक ना सुनी और लाश को साथ लेकर प्रदर्शन के लिए निकल गए।
मृतक के पिता सहित मृतक की पत्नी ने कहा कि गोली गांधी पथ निवासी खूंखार क्रिमिनल कुशाग्र गब्बर, उसके तीन भाई सहित करीब बारह-तेरह लोगों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। एसएचओ आर.के.सिंह ने कहा कि कुशाग्र गब्बर के भाई राजा बाल्मीकि की गिरफ्तारी हो गयी है और अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। इससे पूर्व भी कुशाग्र गब्बर हत्या की घटना को अंजाम दे चुका है और जेल की सजा काट चुका है। कुशाग्र इलाके में कई संगीन वारदात को अंजाम दे चुका है।
इस घटना के बाद सहरसा पुलिस पूर्व की तरह बैकफुट पर नजर आ रही है। पुलिस की खाकी की खनक खत्म हो चुकी है। इस घटना के पीछे के कारण अभीतक पता नहीं चल पाया है। सूत्रों के मुताबिक मामला जमीन की खरीद और बिक्री से जुड़ा हुआ है ।अभी सहरसा में जमीन माफिया, शराब माफिया और हथियार तस्करों की समानांतर सरकार चल रही है।
घंटों बाद SDO शम्भूनाथ झा,SDPO प्रभकार तिवारी के आश्वासन पर गुस्साए लोगों ने जाम समाप्त किया ।