किशनगंज/बिहार : जिले के तमाम छठ घाटों पर किशनगंज पुलिस की ऐसी चौकसी कि परिंदे भी चाहकर “पर” नहीं मार सके । वहीं किशनगंज के एस .पी .घूम घूमकर सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों के तमाम पहलुओं पर नजर रखते देखे गये ।सुबह के चार बजे से श्रद्धालुओं के घाटों पर आने का सिलसिला शुरु हो गया था और पुलिस पदाधिकारियों की चौकसी तेज हो चली थी ।
मौका था श्रद्धा के साथ उदीयमान भगवान भाष्कर को पवित्र अर्घ्य देने का, भगवान भाष्कर 6.05 पर उदय तो हो गये थे । किन्तु घने कोहरों के बीच वे बादलों की गिरफ्त में फंसे थे । वहीं भगवान भाष्कर के दर्शन किये पानी से बाहर ना निकलने की हठ पर अड़े थे । अंत में कुछ देर से हीं सही इन्हौने अपने भक्तों को दर्शन दिया । इसके साथ हीं छठ घाटों पर सन्नाटा छा गया तथा आस्था के महापर्व छठ का शांतिपूर्ण समापन हो गया । जबकि मुहर्रम, दूर्गापूजा, कालीपूजा सहित छठ के लिए तैनात किशनगंज पुलिस को अपनों से मिलने का रास्ता भी साफ हो गया । पर्व त्योहारों के मद्देनजर कुछ को छोड़कर जिले के एस .पी .कुमार आशीष ने सारी छुट्टियाँ रद्द कर रखी थी ।
गौरतलब है कि छठ पर्व को छोड़कर पिछले सारे त्योहारों के लिए लाईसेंसों का प्रावधान था । फलतः काफी होशियारी और चौकसियों के बीच जिला पुलिस बलों की इस महापर्व पर बिशेष भूमिका रही । जिसको लेकर जिला मुख्यालय में हवाई अड्डा खगड़ा, धोबीघाट, गोशाला, मोतीबाग, शिवगंज में तेज तर्रार एवं सूझबूझ बाले साईबर सेल प्रभारी एस .के .सिंह की तैनाती कमांडो और डी .ए .पी .के साथ की गई थी । जबकि जिले के एस .पी .कुमार आशीष, समान्य प्रशासन के पदाधिकारियों सहित विभिन्न घाटों की मानिटरिंग करते देखे गये । वहीं इनके निर्देश पर जिला सहित बहादुरगंज में कभी ना दिखी व्यवस्थाओं को पुलिस निरीक्षक, थानाध्यक्ष , बी .डी .ओ.और सी .ओ .ने बखूबी अंजाम दिया । छठ घाट पर जाने के लिए बाहर से आनेवाले वाहनों के परिचालन पर थानाध्यक्ष ने रुट बदलकर रोक लगा दी थी । जहाँ एक पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बलों को लगाया गया था । जिसका नजारा रिपब्लिकन टाईम्स के टीम को जगह जगह पर देखने को मिला । अब जबकि महापर्व की समाप्ति हो चुकी है ,जो शांतिपूर्ण और पूर्ण श्रद्धा का प्रतीक चिन्ह साबित हुआ है ।