
संवाददाता
कुमारखंड, मधेपुरा
कुमारखंड/ मधेपुरा/ बिहार : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूरे प्रखंड में शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। पारंपरिक रीति-रिवाजों और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ छठ के मौके पर मंगलवार की शाम जहां श्रद्धालुओं व छठ व्रती महिलाओं ने अस्ताचल गामी (डूबते हुए)सूर्य को अर्घ्य दिया। वहीं दूसरी ओर बुधवार को अहले सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही 4 दिनों से मनाए जाने वाले छठ महापर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। छठ के दौरान जगह जगह नदी, पोखर, तालाब कुंआ तथा दरवाजे पर बनाए जलाशयों में श्रद्धालु भक्त और व्रतियों की भीड़ सुबह से ही उदया गामी (उगते हुए)सूर्य को अर्घ्य देने के लिए उमड़ पड़ी। डाला और सूप में पूजा अनुष्ठान सामग्री के साथ लोग सबेरे से पहुंचने लगे हर जगह धार्मिक वातावरण का माहौल छाया रहा अर्ध रात्रि से ही छठ घाटों पर रौशनी की व्यापक व्यवस्था की गई थी। जहां छठ व्रतीयों ने भगवान भास्कर के उदय होते ही डाला और सूप लेकर खड़ी हो गई और अर्घ्य दिया।

गौरतलब है कि सुपौल लोकसभा सांसद सह कांग्रेस प्रवक्ता रंजीत रंजन सभी घाटों पर जाकर श्रद्धालुओं से मुलाकात कर छठ पूजा की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान सभी चिन्हित 13 घाट भवानीपुर घाट, कांकड नदी घाट, टिकुलिया नदी घाट, सुखासन नदी घाट, कोडलाही नदी घाट,रौता नदी घाट, सोनापुर नदी घाट, कुमारखंड डीपु दही घाट, रहटा तालाब घाट, केवटगामा घाट, इसराईन तालाब घाट, यदुआपट्टी तालाब घाट, प्रखंड परिसर तालाब घाट पर गोताखोर और पुलिस प्रशासन का पुख्ता इंतजाम किया गया था। साथ ही कुछ चिन्हित नदी घाटों पर एनडीआरएफ की पूरी टीम सुरक्षा को लेकर गस्ती कर रही थी। सभी घाटों पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारी समय पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने में जुटे हुए थे।सभी घाटों पर गहरे पानी को देखते हुए बेरिकेटिंग की व्यवस्था की गई थी ।
