चौसा/मधेपुरा / बिहार : चौसा थानांतर्गत चौसा पूर्वी पंचायत के बिरबल टोला निवासी अबरून खातून पति खुर्शीद ने आवेदन देकर आरोप लगाया कि बीते 9 तारीख को आशा कर्मी मधु लता कुमारी के पति अरुण शर्मा घर पर आकर कहा कि बच्ची को केंद्र संख्या 78 पर लेकर आइए, बच्ची का टीकाकरण किया जाएगा अगर बच्चे को टीकाकरण नहीं कीजिएगा तो राशन- पानी एवं सरकारी लाभ बंद हो जाएगा ।
उन्होंने आवेदन में कहा है कि डर के मारे केंद्र संख्या 78 पर अपनी बच्ची को करीब 2:00 बजे ले गई। वहां पर पहले से मौजूद एएनएम सुनीता कुमारी तथा सेविका मधु कुमारी मौजूद थे। मेरी बच्ची आफरीन खातून 4 माह को देखते ही एनएम बोली बच्चा आपका बहुत कमजोर है इसको 4 सुई लगेगा ।एएनएम सुनीता कुमारी ने मेरे बच्चे को चार सुई दिया। बाद में मैं बोली इतना कमजोर बच्चा है और चार सुई लगा दिए ।तब एएनएम सुनीता कुमारी ने कहा कि बच्चे को घर ले जाइए कुछ नहीं होगा। मैं बच्चे को लेकर घर आ गई ।कुछ देर बाद ही मेरे बच्ची की हालत खराब होने लगी ।यहां तक की उल्टी भी हुआ ।कुछ देर बाद ही मेरी बच्ची की मृत्यु हो गई। मैं आनन-फानन में आज बच्ची को लेकर अस्पताल आई। वहां मौजूद डॉक्टरों ने बच्ची को देखते ही मृत घोषित कर दिया।
मालूम हो कि बच्चे को जब अस्पताल लाया गया तो गांव के बहुत सारे ग्रामीण जमा हो गए तथा वहां मौजूद सभी अस्पताल कर्मी डर के मारे ओपीडी ऑफिस में ताला लगा कर फरार हो गए। इस बाबत चौसा थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष श्याम चंद्र झा ने बताया कि आवेदन मिला है मामला दर्ज कर लिया गया है। जिसमें केस संख्या 280 /18 दर्ज कर आशा पति अरुण शर्मा, एएनएम सुनीता कुमारी, सेविका मधु कुमारी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जांच उपरांत कर कार्यवाही की जाएगी वहीं बच्ची के शव को अंत्य परीक्षण के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। बच्ची की मौत के बाद माता पिता का रो रो कर बुरा हाल है।