मधेपुरा/बिहार : 17 बिहार बटालियन एनसीसी, मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा के बैनर तले शुक्रवार को बिंदेश्वरी सभागार में राष्ट्रवाद और युवा विषयक एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा के एनसीसी पदाधिकारी मेजर डॉक्टर गौतम कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन उद्घाटनकर्ता श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के कुलपति सह मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा के संस्थापक प्रधानाचार्य डॉ अशोक कुमार, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के एनएसएस पदाधिकारी डॉo सुधांशु शेखर, एडम ऑफिसर कर्नल पीo केo चौधरी, टी पी कॉलेज के एनसीसी पदाधिकारी डॉक्टर गुड्डू कुमार, प्रो प्रसन्ना सिंह और डॉ हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। एनसीसी पदाधिकारी मेजर डॉक्टर गौतम कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया।
बच्चे जन्म लेते ही देश की भविष्य बनने की कड़ी बन जाते हैं-कुलपति
सेमिनार का उद्घाटन करते हुए श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अशोक कुमार ने कहा कि बच्चे जन्म लेते ही देश की भविष्य बनने की कड़ी बन जाते हैं। भारत के प्रधानमंत्री भी कहते हैं कि युवा राष्ट्र की धरोहर है। राष्ट्रवाद उन विचारों का पुंज है जिससे देश के बढ़ते कदम को राह मिलती है। हमारे राष्ट्रवाद में हमारी सभ्यता, संस्कृति का अहम स्थान है। आज विश्व के सबसे बड़े युवा मुल्क होने के बाद भी युवा कई स्तरों पर दिशाहीन हैं। इसलिए जरूरी है कि युवाओं को राष्ट्रवाद के विभिन्न आयामों से जोड़ा जाए। ऐसे कार्यक्रम इस कड़ी में अहम साबित होगा। सामूहिक पहल से राष्ट्र का विकास ही राष्ट्रवाद का दर्पण है। इसके लिए हमें बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की ओर गंभीर होना होगा जो किसी भी समाज और राष्ट्र की उन्नति का मार्ग प्रस्तुत करता है।
भारत का राष्ट्रवाद वसुधैव कुटुमकंब का पर्याय- डॉo सुधांशु शेखर
मुख्य अतिथि भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने राष्ट्रवाद और युवा विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा की एनसीसी इकाई विश्वविद्यालय का गौरव है। इस बैनर तले राष्ट्रवाद और युवा विषय पर चिंतन मनन सराहनीय है। समस्त नागरिकों की राष्ट्र के प्रति बंधुत्व, समर्पण ही राष्ट्रवाद है। राष्ट्रवाद हमें सिर्फ नागरिकों से ही नहीं बल्कि जीव, जंतुओं, प्राक्रतिक धरोहरों सहित हर चीजों से प्रेम सिखाता है। पश्चिमी राष्ट्रवाद में हिंसा समय समय पर उजागर होती है। लेकिन भारत का राष्ट्रवाद वसुधैव कुटुमकंब का पर्याय है जो सबको साथ लेकर चलने और एक दूसरे के प्रति सम्मान को सिखाता है। यहां राष्ट्रवाद की परम्परा सदियों पुरानी है जिसे कई बार दूषित करने का प्रयास किया गया लेकिन हर बार राष्ट्रवाद और मजबूत हुई। आज इसी बदौलत भारत विश्व पटल पर अपनी पहचान रखता है। भारत का राष्ट्रवाद सहिष्णुता का सूचक है जो सबको लेकर आगे बढ़ने का पर्यायवाची रहा है।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डॉ सुधांशु शेखर ने कहा कि वर्तमान दौर में युवाओं को इसे समझने और जानने की आवश्यकता है, एनसीसी इसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेटफार्म है। उपस्थित एनसीसी कैडेट्स से उन्होंने इसका अधिक से अधिक फायदा उठाने की अपील करते हुए कहा कि यहां से देश सेवा करने के रास्ते खुलते हैं जो समाजसेवा के साथ साथ सरहद राष्ट्रसेवा का मौका देता। एनसीसी कैडेट्स की हौसला अफजाई करते हुए डॉक्टर सुधांशु शेखर ने कहा कि एनसीसी और सेना का चयन देशभक्ति के जज्बे वाले लोग ही करते हैं जिन्हें वतन की सेवा में खुद को समर्पित करने की ललक होती है।
अतीत को जानना और वर्तमान में बेहतर भविष्य के लिए पहल युवाओं का दायित्व-कर्नल चौधरी
सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एडम ऑफिसर कर्नल पीo केo चौधरी ने सामान्य जिंदगी की गतिविधियों से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि राष्ट्रवाद एक वो भावना है जो नागरिकों को राष्ट्र से जोड़ता है और उसे आगे बढ़ने और बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता है।सेना और एनसीसी ने देश और समाज को बहुत कुछ समझने का अवसर दिया। अपने अतीत को जानना और वर्तमान में बेहतर भविष्य के लिए पहल करना राष्ट्रवाद से ही संभव है। देश के हर नागरिक का ईमानदारी से पहल करना ही सच्चा राष्ट्रवाद है। उपस्थित एन सी सी कैडेट्स को अपने मौलिक अधिकार और कर्तव्य के प्रति ईमानदार रहने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि वे समाज और राष्ट्र की पूंजी हैं उनका आचरण भी उसी अनुरूप होना चाहिए।
अपने संबोधन में उन्होंने देश के हर नागरिकों का देश की तरक्की में बराबर का हिस्सेदार बताया। विशिष्ट अतिथि टीपी कॉलेज के एनसीसी पदाधिकारी डॉक्टर गुड्डू कुमार ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी युवाओं को राष्ट्रवाद से जुड़ने का बड़ा प्लेटफार्म है यहां पर राष्ट्रवाद और युवा विषय पर चर्चा से युवाओं को राष्ट्रवाद को लेकर वृहद समझ बनेगी। विमेंस कॉलेज कौशल्याग्राम में अर्थशास्त्र की सहायक प्राध्यापक प्रोo प्रसन्ना सिंह राठौर ने राष्ट्रवाद और युवा विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि राष्ट्रवाद देशप्रेम को दर्शाता। यह देश के प्रति समर्पण का पर्याय है। भारत के युवाओं में राष्ट्रप्रेम का गौरवशाली इतिहास रहा है। वर्तमान दौर में युवाओं में भटकाव चिंताजनक है। फोन का अनावश्यक उपयोग इसका मूल कारण है। उसे समझने की जरूरत है इसके लिए युवाओं को नैतिक शिक्षा के मूल्यों से जोड़ने की जरूरत है। युवा और राष्ट्रवाद एक दूसरे से जुड़े हैं इसे समझने की जरूरत है ।
एनसीसी छात्रों में राष्ट्रप्रेम की भावना का करता है संचार- डॉ० गौतम
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा के एनसीसी पदाधिकारी मेजर डॉक्टर गौतम कुमार ने कहा कि एनसीसी छात्रों में राष्ट्रप्रेम की भावना का संचार ही नहीं करता बल्कि देश के लिए हर परिस्थितियों से जूझने वाला युवा तैयार करता है। मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा एनसीसी यूनिट से निकले कैडेट्स आज बड़ी संख्या में अलग अलग स्तरों पर देश की सेवा कर रहे हैं। राष्ट्रवाद और युवा जैसे विषय पर सेमिनार कैडेट्स को बौद्धिक रूप से भी सबल बनाएगा। कार्यक्रम का संचालन विमेंस कॉलेज कौशल्याग्राम में इतिहास के सहायक प्राध्यापक डॉ० हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने किया।
इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स सृष्टि, सुनैना, आशु, साक्षी, अन्नू, मौसम, सपना, नैना, सिंपल, विकास, भवेश, शिवम, मनु, अभिषेक, अमरजीत, अमित, रहमत, अमन, मो तौसीफ, अंकुश पांडे सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।