मधेपुरा/बिहार : मधेपुरा जिला स्थापना दिवस पर विमेंस कॉलेज मधेपुरा में मधेपुरा कल, आज और कल विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई. महाविद्यालय की प्राचार्या डा जुली ज्योति की अध्यक्षता एवं डा माधव कुमार के संचालन में चले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के संस्थापक डा अशोक कुमार ने कहा कि समाजवाद की धरती के नाम से चर्चित इस जिले का नेतृत्व समय-समय पर राष्ट्रीय फलक के नामचीन राजनेताओं के हाथों में रही है. राजनीति के साथ-साथ हर क्षेत्र में इस जिले का अपना गौरवशाली इतिहास व पहचान है, जो हर जिलेवासी के लिए गौरव की बात है. वर्ष 1981 में नौ मई को जिला बना मधेपुरा अपनी खास पहचान रखता रहा है. रामायण, महाभारत समेत विभिन्न राजाओं के काल में इस क्षेत्र के प्रमुख स्थान होने के प्रमाण आज भी जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में यत्र-तत्र बिखरे पड़े हैं.
आजादी के आंदोलन में भी मधेपुरा की भूमि काफी उर्वरा
डा अशोक कुमार ने कहा कि आजादी के आंदोलन में भी अपनी भूमिका देने में यहां की भूमि काफी उर्वरा रही है. इसी कड़ी में इतिहास के पन्नों में रासबिहारी मंडल, शिवनंदन प्रसाद मंडल, राजेश्वर बाबू,।कार्तिक सिंह, सिंहेश्वरी झा समेत अनगिनत नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज है. आजादी के बाद यहीं के केपी मंडल ने संविधान सभा के सदस्य के रूप में भाग लेकर इस धरती के मान को बढ़ाया था. मधेपुरा आज जिला के रूप में चार दशक से अधिक का सफर तय कर चुका है. इस सफर में जिले ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. साथ ही कोसी के दंश झेलने को विवश होने पर भी हर बार नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने को उठ खड़ा होने की छवि बनाई है. चाहे वह वर्ष 2008 का प्रलयकारी बाढ़ हो.
मधेपुरा में भविष्य को लेकर है अपार संभावना
डा अशोक कुमार ने कहा कि जिले में भविष्य को लेकर अपार संभावना है. इस को और आगे ले जाने की जिम्मेदारी हर मधेपुरा वासी का दायित्व है. उन्होंने कहा कि जिला बनने के बाद मधेपुरा विकास के पथ पर उतार-चढ़ाव को झेलते हुए लगातार विकास की नई पटकथा लिखता जा रहा है. मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा के एनसीसी पदाधिकारी मेजर गौतम कुमार ने कहा कि जब-जब मधेपुरा के बतौर जिला के सफर की चर्चा होगी, तब-तब उस कड़ी में मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा के परिसर का भी उल्लेख किया जायेगा.
जिला अपने स्थापना काल से लगातार विकास के पथ पर अग्रसर
डा प्रभाष चंद्र सिंह एवं डा नीलू कुमारी ने कहा कि यह जिला अपने स्थापना काल से लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है. शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के क्षेत्र में अपार संभावना है, जिसे शत प्रतिशत साकार करने की जरूरत है. डा हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि यहां की प्रतिभायें अलग-अलग विधाओं में लगातार अलग-अलग मंचों पर साबित कर, जिले के मान में चार चांद लगा रही है. राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल कॉलेज व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विद्युत रेलवे इंजन कारखाना खुलने से जिले के हवाई अड्डा खुलने के आसार भी साफ नजर आने लगे हैं. इसको लेकर सुगबुगाहट भी तेज हो गई है.
बीते गुजरे कुछ वर्षों में जिला मुख्यालय की बदली है तस्वीर : डा जुली
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विमेंस कॉलेज मधेपुरा की प्राचार्या डा जुली ज्योति ने कहा कि जिले में विकास की अनेकानेक संभावनायें है. बीते गुजरे कुछ वर्षों में जिला मुख्यालय की तस्वीर काफी बदली है. तेजी से खुले कई मॉल, बड़े अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होटल इसको आइना भी दिखाते हैं. निकट भविष्य में इसमें और बड़े बदलाव आने की भी जरूरत है. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि अतीत से ही गौरवशाली इतिहास रखने वाले इस जिले का सिर्फ वर्तमान ही बुलंद नहीं है, बल्कि भविष्य की तस्वीर भी बहुत साफ है. जिसमे यह जिला राष्ट्रीय फलक का मजबूत हस्ताक्षर नजर आता है. जहां ऊंची इमारतें, कल कारखाने, सर्व संपन्न शिक्षण संस्थान, सुव्यवस्थित अत्याधुनिक स्वास्थ्य केंद्र, अच्छी सड़कें, रोजगार के अनगिनत विकल्प समेत अन्य कई कड़ियां उपलब्ध होगी. कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा माधव कुमार ने कहा कि ऐसे आयोजनों का मूल उद्देश्य शैक्षणिक परिवेश को और मजबूती प्रदान करना है. मौके पर डा लक्ष्मण कुमार, डा रबीना, डा उपासना, काजल, प्रो प्रसन्ना सिंह राठौर, आरती, मिनी, अंकिता, संजीव कुमार पासवान, जय श्री, राजदीप, अनिल कुमार, कुमारी रूपम समेत अन्य उपस्थित थे.
अमित कुमार अंशु की रिपोर्ट