मधेपुरा/बिहार : इंटरमीडिएट की परीक्षा जिले के 42 परीक्षा केंद्रों पर शनिवार से प्रशासन के कड़े सुरक्षा व्यवस्था एवं कड़ी निगरानी के बीच शुरू हो गई है. सुबह कुहासों के बीच आठ बजे से ही दूर दराज से परीक्षार्थियों का सेंटर पर पहुंचना प्रारंभ हो गया. ठंड एवं कोहरे के कारण कई जगहों पर छात्र-छात्राएं परीक्षा केंद्रों पर तय समय से देरी से पहुंचे. नियमों के अनुसार उन्हें एंट्री नहीं दी गई. बार-बार विनती करने के बाद भी उन्हें परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं दी गई. कई जगहों पर प्रवेश न मिलने पर छात्र-छात्राएं रोते बिलखते नजर आये. साथ ही जिला प्रशासन के सख्त तेवर का असर देखा गया. इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले ही दिन 24 परीक्षार्थी परीक्षा से निष्काशित किये गये. वहीं परीक्षा शुरू होने से पहले एवं परीक्षा समाप्ति के बाद सड़कों पर पुलिस व्यवस्था के कारण कहीं जाम नहीं नजर आया.
बायोलॉजी, दर्शनशास्त्र एवं अर्थशास्त्र विषय की हुई परीक्षा : परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की सघन जांच के बाद ही परीक्षा हॉल तक जाने दिया जा रहा था. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 09:30 बजे से शुरू हुई और दोपहर 12:45 तक चली. पहली पाली में विज्ञान संकाय के बायोलॉजी एवं कला संकाय के दर्शनशास्त्र विषय की परीक्षा हुई. वहीं दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शुरू हुई और शाम 05:15 बजे तक चली. इसमें कला एवं वाणिज्य संकाय के अर्थशास्त्र विषय की परीक्षा हुई. परीक्षा भवन को हर ओर से कैमरे से लैस किया गया है. प्रवेश द्वार पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है. केंद्र पर वीडियोग्राफर की व्यवस्था की गई है. परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी से लैस किया गया है.
डीएम-एसपी ने दो केंद्रों से 24 परीक्षार्थियों को किया निष्काशित : जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह द्वारा संयुक्त रूप से जिले में इंटरमीडिएट परीक्षा स्वच्छ, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के उद्देश्य से परीक्षा केंद्र आरपीएम इंटर कॉलेज तुनियाही, अनुग्रह उच्च विद्यालय सुखासन चकला, राजकीय केशव कन्या उच्च विद्यालय एवं रासबिहारी उच्च विद्यालय मधेपुरा का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के क्रम में आरपीएम इंटर कॉलेज तुनियाही से 15 एवं अनुग्रह उच्च विद्यालय सुखासन चकला से नौ यानि 24 परीक्षार्थियों को कदाचार में लिप्त पाये गये, जिन्हें परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया.
13 शिक्षकों पर की जायेगी निलंबन की कार्रवाई : जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह द्वारा परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण के क्रम में 13 शिक्षकों पर भी कार्रवाई की गाज गिरी है. इन सभी शिक्षकों पर कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप है. कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आधार पर परीक्षा केंद्र अनुग्रह उच्च माध्यमिक विद्यालय सुखासन चकला से आठ एवं आरपीएम इंटर कॉलेज तुनियाही मधेपुरा में से पांच यानी 13 शिक्षकों को जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह के निर्देशानुसार बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की सुसंगत धारा के अंतर्गत निलंबन की कार्रवाई की जा रही है.
16 छात्र एवं अभिभावकों पर कार्रवाई : बिहारीगंज थाना मे इंटरमीडिएट के परीक्षा मे 12 छात्र एवं अभिभावकों को पकडा गया है, जो उदाकिशुनगंज अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा जुर्माना का चलान कटा कर छोडा गया. वहीं ग्वालपाड़ा प्रखंड में परीक्षा केंद्र के बाहर परीक्षा नियम का उल्लंघन करने के आरोप में पहले दिन ही चार लोगों को हिरासत में लिया गया तथा निर्धारित जुर्माना जमा करने के बाद हुए मुक्त किया गया.
42 परीक्षा केंद्र पर 24118 परीक्षार्थी होंगे सम्मिलित :
मालूम हो कि इंटरमीडिएट के पूरे परीक्षा में जिले में 42 परीक्षा केंद्र पर 24 हजार एक सौ 18 छात्र-छात्रायें सम्मिलित होंगे. सदर अनुमंडल के 21 परीक्षा केंद्रों पर 12 हजार आठ सौ एक छात्र-छात्राएं एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में 21 परीक्षा केंद्रों पर 11 हजार तीन सौ 17 छात्राएं सम्मिलित होंगे. इन 42 परीक्षा केंद्रों में सदर अनुमंडल में नौ परीक्षा केंद्र छात्राओं एवं 12 परीक्षा केंद्र छात्रों का बनाया गया है. साथ ही उदाकिशुनगंज अनुमंडल में सात परीक्षा केंद्र छात्राओं एवं 14 परीक्षा केंद्र छात्रों के लिए बनाया गया है.
अमित कुमार अंशु
संपादक, द रिपब्लिकन टाइम्स