छातापुर/सुपौल/बिहार : प्रखंड के आदर्श प्राथमिक विद्यालय केवला में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि शहीद दिवस के रूप में मनाया गया। विद्यालय के छात्र छात्राएं और शिक्षकों ने बापू के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किए।
विद्यालय के शिक्षक नरेश कुमार निराला ने कहा कि सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी का संपूर्ण जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित था। उन्होंने बिना किसी हथियार के ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक अहिंसक आंदोलन खड़ा किया और भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री निराला ने कहा कि बापू का विश्वास था कि अहिंसा सबसे शक्तिशाली हथियार है और इससे दुनिया में किसी भी समस्या का समाधान संभव है। उनके विचार न केवल भारत,बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक है। प्रधानाध्यापक अमित कुमार ने कहा कि गांधी जी को एक संत, राजनेता, क्रांतिकारी, लेखक, समाज सुधारक आदि के रूप में जाना जाता है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के अधिकारों में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की। शिक्षक निरंजन कुमार और अवधेश कुमार ने कहा कि बापू वकालत की पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड गये थे। उन्होंने 1888 में लंदन के इनर टेंपल में दाखिला लिया था और 1891 में वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस के लिए लंदन के हाइकोर्ट में एनरॉल हुए।
मौके पर शिक्षक नरेश कुमार निराला, निरंजन कुमार, अवधेश कुमार, अरबाज आलम, फूल कुमारी, नीतू कुमारी, मोनिका कुमारी, पूजा कुमारी, गौरव कुमार, दिलखुश कुमार, सोनी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, विशाल कुमार सहित छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
रियाज खान की रिपोर्ट