त्रिवेणीगंज/सुपौल/बिहार : ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) ने शुक्रवार को अनूपलाल यादव महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीपीएससी चेयरमैन मनु भाई परमार का पुतला दहन किया।
कार्यक्रम के शुरुआती क्षणों में आइसा कार्यकर्ताओं द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिसके बाद कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे आइसा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सियोटा ने कहा कि जब पूरे देश और दुनिया में क्रिसमस का जश्न मनाया जा रहा था तब बिहार में भाजपा – जदयू की डबल इंजन सरकार बिहार के छात्र नौजवानों पर लाठियां बरसा रही थी। ये स्टूडेंट्स पटना के गर्दनीबाग में BPSC की 70th CCE प्री परीक्षा में हुए पेपर लीक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। ठीक इसी दिन डबल इंजन सरकार की भ्रष्ट नीतियों ने पटना के पालीगंज के एक स्टूडेंट की जान ले ली। 25 साल का युवा सोनू कुमार, एक BPSC अभ्यर्थी था जो सत्ताजनित अवसाद का शिकार होकर आत्महत्या कर लिया। नीतीश- मोदी की सरकार जो बिहार में सुशासन के बड़े बड़े दावे करती है, वो नाकामी और तानाशाही की सारी सीमाओं को पार करती जा रही है। आज बिहार में सरकार एक परीक्षा सुचारु रूप से करा पाने में समर्थ नहीं है। वहीं अपनी मांगों को लोकतांत्रिक ढंग से रखने वाले युवाओं को आये दिन बर्बर पुलिसिया दमन का शिकार बनाया जा रहा है। अभी इसी महीने BPSC की इसी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज किया गया था।
आइसा नेता अभिनव आनंद और शशिकांत कुमार ने कहा बिहार इस वक्त शिक्षा और परीक्षा माफियाओं के गिरफ़्त में है। समय पर डिग्री न मिलना, कॉलेज में शिक्षक न होना, परीक्षा में धांधली, पैसे पर बिकती नौकरी और डिग्री बिहार में आम चलन बनता जा रहा है। नीतीश कुमार की सरकार शिक्षा रोजगार या कोई भी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा पाने में विफल साबित हुई है। सरकार इन माफियाओं पर लगाम लागाने और शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की बजाय युवाओं पर लाठियां चलवा रही है। वहीं आइसा जिला सचिव डॉ अमित चौधरी ने कहा आइसा बिहार सरकार की इस हिंसात्मक कार्रवाई का कड़ी शब्दों में निंदा करता हैं। बेहतर शिक्षा और पारदर्शी व्यवस्था हर नागरिक का अधिकार है और इसे सुनिश्चित कराना सरकार की जिम्मेदारी है। सोनू कुमार की आत्महत्या, बिहार की डबल इंजन सरकार पर धब्बा है। यह एक सांस्थानिक हत्या है। हम सोनू के परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। साथ ही सरकार से यह माँग करते हैं कि सोनू के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। वहीं आंदोलनरत छात्र युवाओं पर लाठी चलाने वाले पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए।
मौके पर आइसा जिला उपाध्यक्ष सुनील कुमार सरदार, नीतीश कुमार, इशू राज, ई विनोद कुमार, रामाशीष यदुवंशी, इशू राज, गौतम राज, अभिनंदन कुमार, अंबुज, अंकित, सत्यम, नीतीश, अवनीश, सुमन गुप्ता, बिनोद, कपिल, हरिओम, अमन, जयकृष्ण, चांद, सुनील, विष्णु, सत्यम, अभिनव, नीतीश निगम, पंकज सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।
मो. शोएब आलम की रिपोर्ट