मधेपुरा/बिहार (प्रेस विज्ञप्ति) : नागरिक मंच मधेपुरा का 6 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने शुक्रवार को जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह को 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा, प्रतिनिधि मंडल में नागरिक मंच के संरक्षक प्रमोद प्रभाकर, अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, महासचिव अनिल अनल, उपाध्यक्ष पंकज यादव, राहुल यादव, सचिव निशांत यादव शामिल थे। इस मौके पर प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने बारी-बारी से अपनी मांगों को जिलाधिकारी के सामने रखा। नागरिक मंच की मांगों पर डीएम तरनजोत सिंह ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन देते हुए बताया कि जो भी मांग उनके स्तर से पूरी होने वाली है उसे जल्द से पुरा किया जाएगा लेकिन जो मांग सरकार और विभाग से जुड़ा है उसे पूरा करने के लिए सरकार और संबंधित विभाग को लिखा जाएगा। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने जिलाधिकारी से राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मिलने के लिए सप्ताह में अलग से समय निर्धारित करने की भी मांग की जिसपर जिलाधिकारी ने शुक्रवार को ही जानता दरबार से पहले का समय निर्धारित करने का आश्वासन दिया।
जिला पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपने के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मेडिकल कालेज के लिए अलग से पुलिस स्टेशन बनाने की मांग को लेकर एसपी संदीप सिंह से भी मुलाकात की। इस मुद्दे पर एसपी ने बताया कि जल्द ही जिले में और पुलिस बल की तैनाती होनी है, जैसे ही पुलिस बल में बढ़ोत्तरी होती है, इस मांग को पूरा किया जाएगा। नागरिक मंच के पतिनिधि मंडल डीएम और एसपी के आश्वासन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आशा है जिला प्रशासन के पहल के बाद मेडिकल कालेज की व्यवस्था में सुधार होगा।
क्या है मांग :
1. ई – शिक्षा कोष ऐप के तर्ज पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक और कर्मियों की भी उपस्थिति सुनिश्चित हो।
2. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्यरत सभी चिकित्सक और कर्मियों का रोस्टर सार्वजनिक करते हुए उसे मुख्य द्वार और विभागों में प्रदर्शित करना सुनिश्चित हो।
3. ओपीडी और इमरजेंसी में सभी विभागों के सीनियर डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
4. मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभी विभागों में सीनियर (MS/MD/DM) चिकित्सकों का पदस्थापन हो। इसमें न्यूरोसर्जन, गैस्ट्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, ऑर्थोपेडिक सर्जन, इंटरनल मेडिसिन आदि को प्राथमिकता दिया जाए।
5. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सा के लिए आवश्यक उपकरण, दवा और एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
6. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों के पीने के लिए शुद्ध पेयजल सभी वार्डों में उपलब्ध हो एवं सभी लिफ्ट को चालू कराया जाए।
7. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एनजीओ के द्वारा कार्यरत कर्मियों का रोस्टर सार्वजनिक हो और उसे राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित हो। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज द्वारा निकाली गई बहाली की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए।
8. मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों का मरीज के प्रति सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।
9. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाया जाए। साथ ही अपने निजी क्लीनिक पर मरीज ले जाने वाले चिकित्सक पर कठोर कार्रवाई की जाए।
10. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रोगी कल्याण समिति का गठन हो तथा सदस्यों का नाम और मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया जाए।