BNMU, Madhepura :  संयुक्त छात्र संगठन ने कुलपति का अर्थी जुलूस निकाल कर किया आग के हवाले

Sark International School
Spread the news

मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक डा शंकर कुमार मिश्र के खिलाफ एवं पीड़ित छात्रा को न्याय को लेकर आंदोलनरत छात्र नेताओं पर विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा निलंबन की कार्रवाई से आक्रोशित संयुक्त छात्र संगठन एनएसयूआई, छात्र राजद, एआईएसएफ, आइसा, छात्र लोजपा एवं भीम आर्मी ने संयुक्त रूप से बीएनएमयू कुलपति प्रो डा विमलेंदु शेखर झा का अर्थी जुलूस निकाला गया.

यह अर्थी जुलूस बीएनएमयू के मुख्य द्वार से प्रशासनिक भवन में प्रवेश कर कुलसचिव कर्यालय के सामने अर्धी को रख कर जम कर नारेबाजी किया. जहा कुलसचिव प्रो डा विपिन कुमार राय कार्यालय से बाहर आकर आकर्षित छात्र नेताओं से वार्ता करने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित छात्र नेताओं ने नारेबाजी जारी रखा. जिसके बाद परीक्षा विभाग, यूएमआईएस कार्यालय के बाद कुलपति कार्यालय के मुख्य द्वार पर अर्थी को रखकर एवं नारेबाजी कर आक्रोश जाहिर किया.

Sark International School

अर्थी जुलूस में मुख्य रूप से शामिल एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष रजनीकांत कुमार ने कहा कि कुलपति प्रो डा विमलेंदु शेखर झा आंदोलनकारी छात्रों के ऊपर विश्वविद्यालय से निलंबन की कार्रवाई कर, छात्रों की लोकतांत्रिक अधिकार को कुचलकर उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं. छात्र संगठन से जुड़े हमारे कोई भी साथी डरने वाले नहीं हैं. यह विश्वविद्यालय प्रशासन की छात्र विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. हम सभी छात्र हित में कुलपति से सफल वार्ता करना चाहते हैं. कुलपति प्रो डा विमलेंदु शेखर झा को बिना कोई शर्त निलंबन वापस लेना होगा. महिला उत्पीड़न के आरोपी परीक्षा नियंत्रक को हटाना होगा, नहीं तो यह आंदोलन आने वाले समय में और भी उग्र होगा. जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेवार होगा.

एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि कुलपति प्रो डा विमलेंदु शेखर झा की तानाशाही के चरम पर है. किसी भी विश्वविद्यालय में छात्र संगठन प्रशासनिक अधिकारी के विपक्ष की भूमिका निभाता है और लोकतंत्र में आंदोलन करना छात्रों का संवैधानिक अधिकार है. उन्होंने कहा कि छात्रा के साथ तत्कालीन परीसंपदा पधाधिकारी डा शंकर कुमार मिश्र के द्वारा मारपीट, बदतमीजी एवं दुर्व्यवहार किया गया, जिसकी लिखित शिकायक कुलपति के पास दिया गया था, लेकिन कुलपति के द्वारा उल्टे उन्हे परीक्षा नियंत्रक बना दिया. आंदोलन करने पर आंदोलनकारी छात्र नेता को पहले गिरफ्तार करवाया, फिर पीएचडी से निलंबित किया, जो की दुर्भाग्यपूर्ण है. कुलपति अभिलंब निलंबन वापस ले एवं आरोपी परीक्षा नियंत्रक को हटाये, नहीं तो आंदोलन और विकराल होगी.

छात्र राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष अमृत कुमार अमरकांत ने कहा कि कुलपति के द्वारा भ्रष्टाचारियों एवं आरोपियों का संरक्षण दिया जाता है, जो बिल्कुल ही गलत है. छात्र राजद के निवर्तमान विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव ने कहा कि कुलपति ने पुलिसिया एवं तानाशाही कार्रवाई कर विश्वविद्यालय से लोकतंत्र को खत्म कर दिया है. बीएनएमयू के इतिहास में काफी आंदोलन हुआ व लंबा समय तक आंदोलन चला, लेकिन कभी किसी छात्रों पर कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन वर्तमान समय में छात्रों को निलंबित कर कुलपति ने यह दिखा दिया कि वे पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं और छात्रों के आवाज को दबाना चाहते हैं, जो कभी संभव नहीं है. आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि कुलपति जब से आये हैं, तब से सिर्फ छात्र, शिक्षक एवं कर्मचारी को परेशान करके रखा है.

अर्थी जुलूस में एआईएसएफ राज्य परिषद सदस्य मौसम प्रिया, छात्र लोजपा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष जसवीर पासवान, भीम आर्मी के बिट्टू रावण, छात्र राजद के निशीकांत कुमार, नीतीश कुमार, मधुसूदन कुमार, प्रिंस कुमार, आरजू कुमार, प्रशांत कुमार, आइसा के राजकिशोर कुमार, एआईएसएफ प्रभात रंजन समेत अन्य मौजूद रहे.

अमित कुमार अंशु की रिपोर्ट


Spread the news
Sark International School