मधेपुरा/बिहार : जीविका कैडर ने मानदेय बढ़ाने और नया पॉलिसी वापस करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान आक्रोशित कैडर ने उदाकिशुनगंज जीविका कार्यालय में तालाबंदी करते हुए नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर अपना आक्रोश जाहिर किया.
ज्ञात हो कि अपनी मांगों को लेकर जीविका दीदियों व कैडरों ने उदाकिशुनगंज प्रखंड स्थित जीविका संकुल स्तरीय संघ कार्यालय में तालाबंदी के दौरान जीविका दीदी व कैडरों ने बताया कि सरकार जीविका दीदियों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रही है. जीविका दीदी व कैडरों के मानदेय भुगतान बिल्कुल बंधुआ मजदूर जैसी है. कैडर संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान ने बताया कि दो सितंबर को संशोधित कैडर मानदेय महज 12 सौ रुपए कर दिया है. यह जीविका कैडर के साथ ठगी है. उन्होंने कहा कि मानदेय बढ़ाने को लेकर जीविका कैडर सालों से मांग कर रही है. इसके बावजूद सरकार और अधिकारी इसकी अनदेखी कर रहे हैं। जिस कारण जीविका कैडर दिन-रात काम करने के बावजूद परिवार संग भुखमरी की कगार पर है.
बताया कि अपने जीवन का अमूल्य समय जीविका के कार्यों में बीतता रहा है. जिसका सरकार की नजर में कोई मूल्य नहीं है. चिलचिलाती धूप, कड़ाके की ठंड व मूसलाधार बारिश में सभी जीविका दीदी व कैडर कर्त्तव्यनिष्ठ होकर कार्य करती है. लेकिन सरकार मानदेय व अन्य मूलभूत सुविधाओं के प्रति चुप्पी साधे है. वही दीदी व कैडरों ने बताया कि कैडरों को अल्प मानदेय की राशि से भी कम राशि का भुगतान कर शोषण करती रही है. बताया कि सरकार द्वारा जीविका दीदी व कैडरों का शोषण शोभनीय नहीं है. उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा.
इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान, सचिव वरुण कुमार, सनोज कुमार मुखिया, प्रणव कुमार, अभय, बिपीन कुमार, रवि कुमार, बिरेंद्र कुमार, मनोज कुमार, खुर्शीद आलम, रूपेश कुमार, अनमोल कुमार, धीरेन, राहुल कुमार, नवीन मिश्रा, भूपेंद्र, प्यूश, चंदन, मल्लिक ठाकुर, बिनोद सिंह, रोशन खातून, रबीन रीना कुमारी, निधि कुमारी, पूजा कुमारी, सरिता कुमारी, शबनम कुमारी, गुलजन कुमारी, सुनीता देवी सहित अन्य जीविका कैडर और दीदी उपस्थित थी.
रिपोर्ट :- कौनेन बशीर