चौसा/मधेपुरा/बिहार : प्रत्येक समाज की प्रगति और उन्नति का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ शिक्षा होती है। शिक्षित और साक्षर व्यक्ति ही समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और उन्नति की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं।
उक्त बातें प्रखंड संसाधन केंद्र चौसा के प्रखंड परियोजना प्रबंधक विद्यानंद कुमार यादव ने कही। वे आज रविवार को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा परिसर में छात्रों को संबोधित कर रहे थे।उन्होने यह भी कहा कि
विश्व साक्षरता दिवस हर साल 8 सितंबर को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य साक्षरता को प्रोत्साहित करना और शिक्षा के महत्व को जागरूक करना है।
प्रधानाध्यापक छविनाथ पासवान ने कहा कि साक्षरता का मतलब व्यक्ति की विभिन्न योग्यताओं के साथ-साथ शिक्षा प्राप्त होना है। यह न केवल अक्षरों की पहचान होती है, बल्कि यह व्यक्ति को उसके अधिकार और कर्तव्यों की भी जानकारी प्रदान करती है।
सनद रहे कि उक्त अवसर पर छात्र- छात्राओं और शिक्षकों ने साक्षरता प्रभात फेरी निकाल कर पोषक क्षेत्र का भ्रमण किया और जनजागरण के उद्देश्य से जमकर साक्षरता संबंधी नारे लगाए।
मौके पर बीआरपी ओमप्रकाश पर्वे,दयाशंकर शर्मा, रवनीश कुमार, शिक्षक यहिया सिद्दीकी, भालचंद्र मंडल, शमशाद नदाफ, कन्या मध्य विद्यालय चौसा के प्रधानाध्यापक विजय पासवान, शिक्षक संजीवानंद, अभिषेक विद्यार्थी, शिक्षा सेवक लहटन ऋषिदेव सहित बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।