मधेपुरा/बिहार : मंगलवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय में नेहरू युवा केंद्र संगठन के तत्वाधान में सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती सह राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। सबों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नेहरू युवा केंद्र मधेपुरा के जिला युवा अधिकारी हुस्न जहां ने कहा कि सरदार पटेल ने आधुनिक भारत के निर्माण एवं विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे सही मायने में राष्ट्र-निर्माता थे।भारत सरकार ने उन्हें 1991 में भारत रत्न से सम्मानित किया है। मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार थे। इन्होंने आजादी के बाद देश की 562 रियासतों को भारतीय संघ में मिलाकर अखण्ड भारत का निर्माण कराया।
विशिष्ट अतिथि उप कुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि आधुनिक काल में भारत में कई महापुरुषों ने जन्म लिया, जिनमें सरदार पटेल का नाम अग्रगण्य है। इन लोगों ने देश की आजादी और राष्ट्रीय नव-निर्माण में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के लिए लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। उन्होंने अपने व्यक्तिगत स्वार्थों से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में कार्य किया। मंच संचालन करते हुए सीनेटर सदस्य रंजन यादव ने कहा कि सरदार पटेल लोहपुरुष के नाम से जाने जाते हैं। भारत सरकार ने उनकी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के रूप में स्थापित किया है। इनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सौरभ यादव ने कहा कि सरदार पटेल युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। देश को उनके बताए रास्ते पर ले जाने की जरूरत है। कार्यक्रम के अंत में उपस्थिति सबों ने राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं सुरक्षा के शपथ लिया।
इस मौके पर स्नेहा राज, काजल कुमारी, आस्था, रानी कुमारी, अंकित आनंद, अजय कुमार, नवनीत सम्राट, प्रिया कुमारी, रोशनी कुमारी, मुस्कान सिंह,आरती कुमारी, सोनू कुमार, संतोष कुमार, रोशन कुमार आदि उपस्थित रहे।